वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और उससे संबद्ध वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, मिर्जापुर व भदोही जिलों के कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों के लिए परीक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब सम सेमेस्टर (द्वितीय, चतुर्थ और षष्ठम सेमेस्टर) की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर नहीं, बल्कि परंपरागत उत्तरपुस्तिका (कॉपी) के माध्यम से ली जाएंगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय हाल ही में हुई परीक्षा समिति की बैठक में 21 मार्च को लिया।
अब तक इन सेमेस्टरों की माइनर और मेजर परीक्षाओं में छात्रों को सभी प्रश्नों के उत्तर ओएमआर शीट पर भरने होते थे। लेकिन बड़ी संख्या में छात्रों द्वारा ओएमआर पर गलत जानकारी भरने या उत्तर अंकित करने में त्रुटियों के कारण मूल्यांकन प्रक्रिया में कई समस्याएं सामने आ रही थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब उत्तरपुस्तिका प्रणाली को फिर से लागू करने का निर्णय लिया है।
नए नियमों के तहत, अब छात्र दो घंटे की लिखित परीक्षा देंगे, जिसमें उत्तरपुस्तिका पर विस्तृत उत्तर लिखने होंगे। केवल उत्तरपुस्तिका के पहले पन्ने पर नाम, अनुक्रमांक व अन्य आवश्यक विवरण ओएमआर सीट पर अंकित किए जाएंगे, लेकिन पूरा पेपर कॉपी पर ही हल करना होगा।
परीक्षा नियंत्रक दीप्ति मिश्रा ने बताया कि इस निर्णय की सूचना सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र भेजकर दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे छात्र जो 2024-25 सत्र से पहले किन्हीं कारणों से सम सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे, या जो छात्र बैक/अंक सुधार या अनुत्तीर्ण श्रेणी में हैं, उन्हें भी अब उत्तरपुस्तिका प्रणाली के तहत ही परीक्षा देनी होगी।

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