वाराणसी: मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के बेनीपुर गांव में 30 वर्षीय विवाहिता सरोजा देवी की मौत ने इलाके में सनसनी फैला दी है। मायके पक्ष का आरोप है कि गृह कलह के कारण सरोजा ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। परिजन उन्हें आनन-फानन में रोहनिया के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या का आरोप
डंगहरिया गांव से पहुंचे मायके पक्ष ने सरोजा की मौत को हत्या बताते हुए 112 पर पुलिस को सूचना दी। हालांकि, बिरादरी के कुछ प्रमुख लोगों ने समझौते का प्रस्ताव रखते हुए बच्चों के नाम पर बड़ी धनराशि जमा करने का सुझाव दिया। इसके बाद मामला शांत हो गया और बिना पोस्टमॉर्टम के सरोजा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गृह कलह बना वजह
बताया जा रहा है कि मृतका के पति प्रेम शंकर पटेल मुंबई में प्राइवेट काम करते हैं। सरोजा का अक्सर जेठ से विवाद होता था, जो उनकी मानसिक स्थिति पर गहरा असर डाल रहा था। इसी गृह कलह के चलते उन्होंने यह कठोर कदम उठाया। सरोजा अपने पीछे 7 साल के बेटे और 5 साल की बेटी को छोड़ गई हैं।
इस मामले में मिर्जामुराद थाना प्रभारी सुधीर त्रिपाठी से पूछने पर उन्होंने घटना की जानकारी न होने की बात कही। स्थानीय लोगों का कहना है कि मामले को दबाने के लिए जानबूझकर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।

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