Varanasi: रोपवे स्टेशन पर काशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर जैसी आकृति दिखेगी। गेरुआ रंग की दीवारों पर त्रिशूल, शंख और नंदी की आकृतियां उकेरी जाएंगी। बाहरी दीवारों पर चुनार के पत्थर से काम कराया जा रहा है। रोपवे स्टेशन पर काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की झलक मिलेगी।
रोपवे स्टेशन पर ऊपर की ओर किसी पुराने भवन की तरह झरोखे बनाए गए हैं। इसमें पुरानी काशी की झलक देखने को मिलेगी। रोपवे स्टेशनों की दीवारों और पिलर पर शिव, त्रिशूल, डमरू, नंदी, शंख और अर्धचंद्र की आकृतियां दिखाई देंगी। कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर पर स्टेशन निर्माण जारी हैं। जल्द ही रोपवे का ट्रायल रन किया जाएगा।
स्टेशनों पर काशी की कला, संस्कृति और महत्व की झलस दिखेगी। काशी विश्वनाथ धाम, काल भैरव मंदिर, संकटमोचन मंदिर के अलावा पुराने मंदिरों की जानकारी मिलेगी। मंदिरों की आकृतियों के साथ ही आडियो क्लिप भी मौजूद रहेगी। हर चित्र के साथ एक क्यूआर कोड होगा रहेगा। उसे स्कैन कर लोग आडियो के जरिये सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में जान सकेंगे।
रोपवे के टिकट काउंटर से लेकर हेल्प डेस्क तक हर जगह काशी की झलक दिखेगी। टिकट काउंटरों को झरोखों का रूप दिया जाएगा। उन्हें दूर से देखकर किसी हवेली की खिड़की जैसा लगेगा। इसी तरह हेल्प डेस्क को भी रूप दिया जाएगा।

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