डाक योद्धा बनें वीर फायर फाइटर, सीखे आग बुझाने की कलायें: कर्नल विनोद

Ujala Sanchar

वाराणसी: कर्नल विनोद कुमार पीएमजी पीएमजी ने अग्नि सुरक्षा अभ्यास सत्र में भाग लेते हुए बताया कि आग की खोज से चार मिलियन वर्ष से भी अधिक पहले और उसके बाद आग के नियंत्रित उपयोग ने मानव की जीवनशैली को बदल दिया था और इसके साथ ही जोखिम भी लेकर आया था।

गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा हो जाती हैं इसलिए डाक कर्मियों को अग्नि शमन का प्रशिक्षण देना जरूरी है, साथ ही प्रधान डाकघर वाराणसी कैंट की आग बुझने की क्षमता का समीक्षा करना भी जरूरी था इसके लिए फायर विभाग के कर्मचारियों और नागरिक सुरक्षा विभाग इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

वाराणसी परिक्षेत्र में सत्र के पहले दौर में इन्द्रजीत वर्मा, फायर स्टेशन ऑफिसर द्वारा पीपीटी के माध्यम से आग कितने प्रकार की होती है, आग लग जाने के पश्चात क्या सावधानियां बरती जाये एवं अग्निशमन उपकरणों से कैसे आग को बुझाया जाये, इस बारे में समस्त कर्मचारियों को अवगत कराया गया।

कर्नल विनोद कुमार ने बताया कि आग एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है, जिसे पूरी सावधानी से लिया जाना चाहिए। हमें हर जगह कार्यालय और घर में अग्नि सुरक्षा की समीक्षा करनी चाहिए और अच्छी गुणवत्ता वाले अग्निशामक यंत्रों को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहां हर कोई देख सके और अत्यावश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग कर सके।

आग मुख्य रूप से छह प्रकार ए, बी, सी, डी और के तथा इलेक्ट्रिक आग के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। आग को जलने वाले ईंधन के प्रकार के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है जिसके लिए बुझाने के लिए विभिन्न प्रकार के अग्निशामक यंत्रों की आवश्यकता होती है। आग की श्रेणी को सही ढंग से पहचानना जानना एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कौशल है। गलत प्रकार के बुझाने वाले एजेंट का उपयोग करने से वास्तव में आग बदतर हो सकती है। श्रेणी ए की आग – इस तरह की आग में लकड़ी, कागज, कपड़ा, रबर, कचरा और प्लास्टिक जैसे दहनशील पदार्थ शामिल होते हैं।

कर्नल विनोद ने बताया कि कई बार गाड़ियों में आग लग जाती है, जिससे यात्रियों में घबराहट की स्थिति पैदा हो जाती है। आग के धुएं से सांस लेने में दिक्कत होती है और लोग बेहोश हो सकते हैं। इस से बचने के लिए फोल्डिंग हेड रेस्ट का उपयोग कर विंडो पेन को तोड़ा जा सकता है, लेकिन कुछ कारों में हेड रेस्ट सीट का हिस्सा होता है, ऐसे में ड्राइवरों को एक छोटा हथौड़ा या कोई धातु रखना चाहिए जिसका इस्तेमाल खिड़की के शीशे को तोड़ने में किया जा सके। कुछ भी नहीं होने की स्थिति में अपनी कुहनी को खिड़की के ग्लास पर मार कर उसको तोड़ देना चाहिए।

श्रेणी ए की आग का इस्तेमाल ज्यादातर अलाव, कैंपिंग स्टोव और अन्य नियंत्रित परिस्थितियों में किया जाता है। इसे सबसे प्रभावी बुझाने वाला एजेंट पानी है। श्रेणी बी की आग को बुझाने के लिए पानी का उपयोग करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। पानी वास्तव में आग की लपटों को और भी फैला सकता है, इसके बजाय, फोम, पाउडर या कार्बन डाइऑक्साइड बुझाने वाले यंत्र का उपयोग करें। 

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श्रेणी सी की आग में दोषपूर्ण विद्युत उपकरण शामिल होते हैं, जिसको बुझाने के लिए सबसे पहले, उपकरण को उसके पावर स्रोत से अनप्लग करें, फिर कार्बन डाइऑक्साइड या सूखे पाउडर के अग्निशामक यंत्र का उपयोग करें। इस प्रकार की आग को होने से रोकने के लिए, अपने तारों को नियमित रूप से फटने के लिए जांचें और सर्किट को ओवरलोड करने से बचना चाहिए। 
रसोई में होने वाली सबसे आम प्रकार की आग में खाना पकाने का तेल शामिल होता है, जिसको बुझाने के लिए गीले रासायनिक बुझाने वाले यंत्र का उपयोग करनी चाहिए।

जब धातु जलने वाली आग को बुझाने के लिए सूखे पाउडर के बुझाने वाले यंत्र का उपयोग करना चाहिए।  चूँकि सभी आग एक दूसरे से अलग होती हैं, इसलिए उन्हें बुझाने का तरीका भी अलग होना चाहिए। श्री संजय कुमार राय, वार्डन, नागरिक सुरक्षा द्वारा आपातकालीन स्थिति एवं युद्ध के समय आसमान से हो रहे हमलो से नागरिको को अपनी सुरक्षा के लिये कदम एवं घायलों की मदद के बारे में अवगत कराया गया।

कर्नल विनोद ने कहा कि आग एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है, जिसे पूरी सावधानी से लिया जाना चाहिए। हमें हर जगह कार्यालय और घर में अग्नि सुरक्षा की समीक्षा करनी चाहिए और अच्छी गुणवत्ता वाले अग्निशामक यंत्रों को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहां हर कोई देख सके और अत्यावश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग कर सके। व्यावहारिक प्रशिक्षण मे फायर विभाग के कर्मचारियों द्वारा अग्निशमन उपकरणों एवं घेरेलू उपकरणों द्वारा घरेलू गैस सिलेंडर की गैस को बुझाने की विधियां भी बताईं।

सुश्री पल्लवी सहायक अधीक्षक ने सिलेंडर को जल्दी ही सिर्फ एक उंगली से नियंत्रित तरीके से तुरंत बुझा कर जादुई शैली की कौशलता का परिचय दिया। सबसे पहले क्षेत्रीय कार्यालय के श्री प्रकाश ने जलते सिलेंडर को बुझाकर व्यावहारिक प्रशिक्षण लिया। इसके अलावा सहायक निदेशक श्री एम एम हुसैन ने भी अपना कौशल दिखाया और गीले तौलिये की मदद से आग पर नियंत्रण किया अग्नि सुरक्षा विभाग ने वाटर कैनन और ड्राई पाउडर वाले सिलेंडर से आग बुझाने के विभिन्न कौशल दिखाए।

कर्नल विनोद ने आश्वासन दिया कि कार्यालयों में अच्छी गुणवत्ता वाले अग्निशमन उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे और सभी बनारसी कर्मचारियों के कल्याण के लिए निकट भविष्य में फुलाए हुए स्लाइडर्स या रस्सियों की मदद से खिड़की से नीचे आने जैसे प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।

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