
वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना राजभाषा विभाग के तत्वावधान में शनिवार को बरेका राजभाषा कार्यान्वयन समिति (बराकास) की तिमाही बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने की। बैठक का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजय कुमार सिंह, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी ने किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि तकनीकी क्षेत्र में अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करें। वाराणसी नगर में साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में हिंदी के प्रयोग में अतुलनीय योगदान दिया है। इस परम्परा को ध्यान में रखते हुए तकनीक एवं विज्ञान से जुड़े हुए अधिकारियों का दायित्व है कि मौलिक रूप से तकनीकी पुस्तकें हिंदी में लिखें।
बरेका के अधिकारी ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में हिंदी का प्रयोग करके विज्ञान के प्रसार में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने ‘बरेका दर्पण’ पत्रिका का लोकार्पण किया एवं पत्रिका में छपे लेखों की सराहना की। उन्होंने रेल मंत्री राजभाषा शील्ड प्राप्त होने पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी।
बैठक में उपस्थित प्रमुख विभागाध्यक्षों एवं अधिकारियों द्वारा अपने विभाग से संबंधित हिंदी की प्रगति रपट पर चर्चा की गई एवं अपने विचार प्रस्तुत किए गये।
इस अवसर पर सर्वश्री विवेक शील, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, मुक्तेश मित्तल, प्रधान वित्त सलाहकार, विनोद कुमार शुक्ला, प्रमुख मुख्य इंजीनियर, अंकुर चंद्रा, मुख्य सतर्कता अधिकारी, संजय कुमार मिश्रा, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक, जनार्दन सिंह, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी, नीरज जैन, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/सर्विस इंजीनियरिंग, डॉ मधुलिका सिंह, वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

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