मिशन परिवार विकास अभियान-समुदाय को परिवार नियोजन के प्रति किया जायेगा जागरूक: सीएमओ

Ujala Sanchar

समुदाय को सारथी वाहन के द्वारा जागरूक कर पुरुषों एवं महिलाओं को नसबंदी के प्रति करेंगे प्रेरित।
सभी आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों पर सास बेटा बहू सम्मेलन तथा मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का किया जायेगा आयोजन।
नवविवाहितों को आशा के माध्यम से शगुन किट का वितरण तथा बास्केट आफ च्वाईस के बारे में दी जायेगी परामर्श।

वाराणसी: परिवार नियोजन कार्यक्रम के अन्तर्गत 18 जनवरी से 31 जनवरी के मध्य मिशन परिवार विकास अभियान का संचालन किया जायेगा। जुलाई 2024 में विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़ा तथा नवम्बर 2024 में पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान मिशन परिवार विकास अभियान का संचालन किया जा चुका है।

मिशन परिवार विकास अभियान का उद्देश्य पखवाड़े के दौरान जनपद के दूर-दराज के इलाकों में परिवार नियोजन के संदेशों को प्रसारित करते हुए अधिक से अधिक लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाओं से लाभान्वित कराना है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी का।

उन्होंने बताया कि जनपद के अंतर्गत सभी जिला इकाई तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर इस अभियान के सम्बन्ध में प्रचार प्रसार एवं लाभार्थियों को आवश्यक जानकारी देने हेतु निर्देशित किया गया गया है।

समुदाय को सारथी वाहन के द्वारा जागरूक कर पुरुषों एवं महिलाओं को नसबंदी के प्रति प्रेरित किया जायेगा। सभी आरोग्य आयुष्मान केन्द्रों पर सास बेटा बहू सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान मिस्टर स्मार्ट सम्मेलन का भी आयोजन कराया जायेगा।

उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एचसी मौर्या ने बताया कि अभियान के दौरान समुदाय के मध्य वार्ता कर संचार स्थापित किये जाने के साथ ही पुरुष नसबंदी के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कर नसबन्दी चैम्पियन्स को चिन्हित किया जायेगा तथा उनको समुदाय के मध्य आदर्श दम्पत्ति के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा।

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अभियान के दौरान नवविवाहितों को आशा के माध्यम से गृह भ्रमण करते हुये शगुन किट का वितरण किया जायेगा। परिवार नियोजन सेवा अभियान के दौरान इच्छुक दम्पत्तियों को नसबन्दी सेवा को केन्द्रित करते हुये सेवाएं प्रदान की जायेंगी। साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम के अन्य गर्भनिरोधक साधन जैसे आईयूसीडी (अन्तराल एवं पोस्टपार्टम ), अन्तरा, छाया व कन्डोम की भी सेवाएं दी जायेंगी।

उन्होंने बताया कि समुदाय स्तरीय कार्यकर्ताओं एएनएम, आशा संगिनी, आशा एवं स्वास्थ्य इकाईयों के स्टाफ द्वारा परिवार कल्याण की विभिन्न उपलब्ध विधियों एवं साधनों (बास्केट आफ च्वाईस) के सम्बन्ध में दम्पत्तियों को परामर्श प्रदान किया जायेगा।

अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता के माध्यम से घर-घर परिवार-नियोजन के अस्थाई साधनों का भी वितरण कराया जायेगा। उपकेन्द्र स्तर तक के समस्त इकाईयों पर स्थापित कंडोम बॉक्स (सेल्फ केयर किट) में नियमित रुप से रिफलिंग तथा परिवार नियोजन सामग्रियों की समुचित आपूर्ति भी कराई जा रही है।

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