मुंबई के धारावी इलाके में स्थित महबूब-ए-सुभानी मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की टीम पहुंची है। बीएमसी की इस कार्रवाई का स्थानीय मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग बीएमसी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वहां इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस बल की भारी तैनाती
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, इलाके में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। बीएमसी की टीम को पुलिस प्रोटेक्शन के साथ 90 फीट रोड पर स्थित मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को तोड़ने के लिए भेजा गया था।
स्थानीय निवासियों का आक्रोश
जैसे ही बीएमसी की टीम मौके पर पहुंची, स्थानीय निवासियों ने गली को घेर लिया और अधिकारियों को मस्जिद की ओर जाने से रोक दिया। इसके बाद, सैकड़ों की संख्या में लोग धारावी पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए और सड़क पर बैठकर विरोध करने लगे।
बातचीत से समाधान की कोशिश
विवाद को सुलझाने के लिए मस्जिद के प्रतिनिधि, बीएमसी के अधिकारी और पुलिस के बीच बातचीत जारी है। इस बीच, सांसद वर्षा गायकवाड़ ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि मस्जिद तोड़ने के नोटिस से लोगों में गहरी नाराज़गी है। मुख्यमंत्री शिंदे ने इस मामले पर संबंधित अधिकारियों से बात करने और तोड़क कार्रवाई को रोकने का आश्वासन दिया है।
धारावी में तनावपूर्ण माहौल
इस घटना के बाद धारावी में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस और बीएमसी की टीम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन की कोशिश है कि किसी भी तरह की हिंसा या अप्रिय घटना को रोका जा सके। मस्जिद के ध्वस्तीकरण को लेकर आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
