Chandraghanta Mata ki aarti : नकारात्मकता से मुक्ति और साहस, शांति प्राप्ति का शक्तिशाली उपाय
माता चंद्रघंटा देवी का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। वे माँ दुर्गा का तीसरा रूप हैं, जो अपने माथे पर अर्धचंद्र धारण किए हुए हैं। उनके इस रूप में देवी चंद्रघंटा अत्यंत शांत, सौम्य और शांति प्रदान करने वाली मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि माता चंद्रघंटा की आराधना से व्यक्ति के जीवन में संतुलन और साहस का संचार होता है, और सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियाँ दूर हो जाती हैं। उनकी आरती गाकर भक्त उनसे जीवन में शांति, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करते हैं।
माता चंद्रघंटा की आरती में उनके सौम्य और वीर रूप का गुणगान किया जाता है। भक्तगण उनकी आरती श्रद्धा और भक्ति से करते हैं, जिससे माता उन पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें। माता चंद्रघंटा की आरती सरल भाषा में होती है, ताकि हर कोई इसे गा सके और माँ का आशीर्वाद पा...