बिहार भूमि सर्वे: ‘लाल निशान’ से कैसे खत्म होगा दाखिल-खारिज का खेल, जानें पूरी जानकारी

बिहार भूमि सर्वे का काम 20 अगस्त 2024 से पूरे राज्य में तेजी से चल रहा है इस सर्वे का मकसद दिया है की जमीन के मालिकाना हक, माफी और फाइल्स को सही करना है हालांकि इस प्रक्रिया में कई तरह के घर बढ़िया भी सामने आई है खास करके बिहार दाखिल ख़ारिज से जुड़े कई सारे मामले जमीन के पेपर में अदला-बदली और गलत जानकारी को दर्ज करने के लिए मामले बढ़ते जा रहे हैं जिससे कि किसानों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हमारे बिहार सरकार ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है सरकार ने लाल निशान अभियान को शुरू करने का फैसला किया है जो की 15 अक्टूबर से सारे अल कार्यालय में लागू हो जाएगा बारीकी से जांच भी की जाएगी और जहां कोई भी गड़बड़ी पाई जाती क्रॉस कर दिया जाएगा फाइल्स में अदला-बदली ना हो और जमीन से जुड़े जितने भी कहासुनी वह भी काम हो जाए।

भूमि सर्वे और दाखिल-खारिज का खेल: क्या है मामला?

हमारे बिहार में 20 अगस्त 2024 से ही पूर्ण राज्य में भूमि सर्वे का काम चल रहा है इस सर्वे के समय जमीन की फाइल माफी और मालिकाना से जुड़े सभी जानकारी अपडेट होंगे लेकिन सर्वे के समय कई तरह के मामले। दाखिल खारिज व प्रक्रिया है जिसके जरिए से हम अपने जमीन के मालिक आना हक को चालू कर सकते हैं लेकिन इसमें भ्रष्टाचार की भी संभावना बहुत ज्यादा है कई बार पुराने रजिस्टर में छेड़छाड़ या फिर अदला बदली भी की गई है जिस की जमीन की गलत जानकारी दर्ज हो जाती है इससे न सिर्फ हमारे जमीन मालिकों को नुकसान होता है बल्कि जमीन पर जितने भी कहासुनी होते हैं वह सब बढ़ जाते हैं।

गड़बड़ियों को रोकने के लिए नीतीश सरकार का बड़ा कदम

हमारे नीतीश सरकार ने इस समस्या का हल करने के लिए एक नया अभियान को शुरू करने का फ आईला जो की 15 अक्टूबर से राज्य के सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए एक खास रूप से अभियान चलाया जाएगा इस अभियान का तहत अंचल कार्यालय में रखे गए जितने भी रजिस्टर है उनकी बारीकी से जांच होगी हर रजिस्टर के पन्नों की घर आई से जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके की किसी भी पन्ने पर छेड़छाड़ नहीं किया गया हो।

‘लाल निशान’ अभियान: गड़बड़ी पर सख्त नजर

हम आपको बता दे इस अभियान का प्रथम उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि कोई भी आपकी जमीन का जानकारी गलत तरीके से दर्ज ना हो जांच के समय अगर किसी रजिस्टर का पाना खाली या फिर अधूरा है तो उसे लाल कलम से क्रॉस कर दिया जाएगा किशन लाल निशान अभियान के रूप में जाना जाएगा लाल निशान का मतलब है यह कि उसे पाने में अब कोई भी जानकारी नहीं दर्ज की जाएगी। जिससे यह सुनीश किया जाएगा कि आपका भविष्य में कोई भी जमीन से जुड़े कागजात जैसे भू नक्सा बिहार, खाता खसरा बिहार, खतियान, वंशावली आदि कोई गड़बड़ी फिर से ना हो सके।

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सरकार की तैयारी और स्पेशल टीम का गठन

इस पूरे अभियान को सही तरीके से लागू करने के लिए हमारे बिहार के सरकार डाक और भूमि सुधार के विभाग ने पूरे तरह से तैयारी को कर लिया है इसके लिए एक खास टीम का भी गठन किया जाएगा जो कि इस काम की निगरानी करेंगे जिला स्तर पर अधिकारियों का टीम भी बनाया जाएगा जो की अचल कार्यालय की गतिविधियों पर नजर रखेंगे इसके अलावा हमारे राज्य स्तर पर भी एक किसी भी अंचल कार्यालय में जमाबंदी रजिस्टर में अगर कोई गड़बड़ी पाया जाता है तो उससे जुड़े अधिकारी के खिलाफ सख्त कारवाही भी किया जाएगा।

क्यों जरूरी है यह अभियान?

हमारे बिहार में भूमि से जुड़े जितने भी मामले हैं दाखिल खरीफ की प्रक्रिया में बहुत सारी गड़बड़ियां आम बात हो चुकी है कई बार तो ऐसा होता है की जमीन के मालिकों को यह पता ही नहीं चलता है कि उनकी फाइल में किसी भी तरह का छेड़छाड़ किया गया है ऐसे में जमीन पर कहां सनी भी बढ़ जाता है और कई ऐसे परिवार है जिनको कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ते हैं। यह अभियान इसलिए भी जरूरी है क्योंकि जमीन से जुड़े जितने भी मामला उसमें खुलापन लाना जरूरी है और सरकार का या कम न केवल दाखिल खारिज की गड़बड़ियों को रोकना है बल्कि आप लोगों को अपने जमीन की फाइल को सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगा।

अभियान से क्या बदलाव होंगे?

  1. इस अभियान के जरिए जमीन से जुड़े जितने भी फाइल है उसमें खुलापन बढ़ेगा और किसी भी तरह के अदला बदली को रोका जा सकेगा।
  2. दाखिल खारिज प्रक्रिया में होने वाले जितने भी गड़बड़ियां है उसे पर रोक लगेगा और भ्रष्टाचार को कम किया जाएगा।
  3. फाइल की सही जानकारी होने से जमीन पर कहासुनी में कमी आएगी और आप लोग को राहत भी मिलेगा।
  4. अंचल कार्यालय में रखे गए रजिस्टरों की नियमित रूप से जांच से उनका रखरखाव बहुत अच्छा होगा और भविष्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी की भी संभावना कम हो जाएगी।

आम जनता को क्या करना चाहिए?

इस अभियान के तहत हमारे सरकार ने साफ-साफ आदेश दिया है कि इसे भी जमीन के मालिक को दाखिल खड़ी से जुड़े कोई भी समस्या होती है तो वह तुरंत अचल कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं इसके साथ ही आप लोग को यह भी सलाह दिया गया है कि आप अपने जमीन के फाइल की समय-समय पर जांच करते रहे ताकि किसी भी तरह के गड़बड़ी का पता जल्दी से जल्दी चल सके। इसके अलावा आप में से जिसके पास भी जमीन से जुड़े फाइल नहीं है या फिर कोई और समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप भी इस अभियान के तहत अपने समस्या को दर्ज कर सकते हैं।

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