
Diwali 2024 दिवाली का पर्व हर साल की तरह इस साल भी पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा इस शुभ अवसर पर गणेश लक्ष्मी की पूजा का खास महत्व है जो की सुख समृद्धि और शांति का प्रतीक है लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति को धनतेरस के दिन घर में लाना परंपरा है लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जो की मूर्ति खरीदते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो की पूजा के समय अशुभ माना जाता है सही मूर्ति का चयन करना बहुत जरूरी है ताकि पूजा का पूरे रूप से फल प्राप्त हो सके और आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो।
मूर्ति को खरीदते समय आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें जैसे की मूर्ति की जो मुद्रा, सामान और रंग अगर आप गलत मूर्ति को खरीदने हैं तो पूजा का असर कम हो सकता है और आपके घर में गलत सोच का प्रभाव पड़ सकता है इसलिए इसमें हम उन सब जरूरी बातों पर बात करेंगे जिनका ध्यान रखते हुए आपको सही गणेश लक्ष्मी जी का मूर्ति खरीदना है और दीपावली को सफल और शुभ बनाना है।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों का महत्व
आपके भारत में दिवाली सिर्फ एक पाव नहीं है बल्कि धार्मिक और संस्कृत मान्यता का भी समागम है धनतेरस के दिन आप लोग अपने घर में नई चीजों को खरीदने हैं खास करके धन और समृद्धि का जो प्रतीक है माता लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी की मूर्ति आप दिवाली पर उनकी पूजा करते हैं इनका बहुत खास महत्व है इस पूजा का उद्देश्य यह होता है कि आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि लाने का लेकिन मूर्ति को खरीदते समय आप ध्यान नहीं देते हैं और कुछ गलतियां कर बैठते हैं जिससे कि आपका पूजा फल नष्ट हो सकता है।
जुड़ी हुई मूर्तियों से बचें
अक्सर बाजार में एक साथ जुड़ी हुई जो लक्ष्मी गणेश की मूर्ति होती है वह मिलती है जो की देखने में बहुत सुंदर लगता है लेकिन धार्मिक के अनुसार यह सही नहीं माना जाता है लक्ष्मी और गणेश का जो पूजा होता है एक साथ किया जाता है पर उनकी मूर्ति जो है वह अलग-अलग होनी चाहिए इससे यह सुनिश्चित होता है कि वह दोनों देवताओं का आशीर्वाद आजाद रूप से प्राप्त कर सकते हैं।
बैठी मुद्रा में हो भगवान
लक्ष्मी गणेश जी का जो मूर्ति होता है खरीदते समय आपको उनकी जो मुद्रा होती है उसका खास ध्यान दें मूर्ति जो भी हो वह बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए या अत्यंत शुभ होता है खड़ी हुई मुद्रा में जो मूर्ति होता है उसको खरीदना नहीं चाहिए क्योंकि अशोक संकट के रूप में देखा गया है बैठी हुई जो मुद्रा होती है वह स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक होता है जो कि आपके घर में शांति और धन का प्रवाह बनाए रखना है।
लक्ष्मी जी की मूर्ति कैसे होनी चाहिए
आप जो भी माता लक्ष्मी की मूर्ति को खरीदने हैं उसे समय यह सुनिश्चित कर ले कि वह कमाल के फूल पर ही विराजमान हो या कमल जीवन में पवित्रता और सौभाग्य का प्रतीक होता है इसके अलावा जो माता के एक हाथ में कमाल हो और दूसरे हाथ से वह आशीर्वाद दे रही हो ऐसा मूर्ति होना चाहिए माता लक्ष्मी की जो प्रतिमा होता है वह गुलाबी रंग का होना चाहिए जो की समृद्धि और शांति का प्रतीक होता है धन और मटकी का होना भी शुभ माना जाता है क्योंकि यह आपके घर में धन के आने का प्रतीक है।
गणेश जी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए
आप गणेश जी की मूर्ति को खरीदने हैं उसे समय आपको यह ध्यान देना है कि जो उनका सूंड होता है उसे दिशा को ध्यान दें धार्मिक मान्यता है कि गणेश जी का सूंड बाय और बड़ा होना चाहिए बाई और जो सूंड मुंडा होता है वह मूर्ति स्वामिता और शुभ फल देने वाला माना जाता है साथ ही गणेश जी के हाथ में मोटा होना चाहिए और उनका जो वहां चूहा है उनके साथ में होना चाहिए यह समृद्धि और संकटों से मुक्ति का प्रतीक है।
मिट्टी की मूर्तियों का महत्व
आजकल के समय में बाजार में सीमेंट या फिर प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी हुई मूर्ति उपलब्ध होती है जो की देखने में बहुत सुंदर होता है लेकिन इतने सूक्ति के जो मूर्ति होती है वह ज्यादा शुभ और पवित्र होती है मिट्टी की मूर्ति का इस्तेमाल पर्यावरण के अनुकूल भी होता है जिससे कि प्रदूषण कम होता है इसलिए कोशिश करें कि मूर्ति मिट्टी से बनी हुई हो और प्राकृतिक रूप से बनाई गई हो आप उसी मूर्ति को घर में लेकर आए।
खंडित मूर्ति कभी न लाएं
मूर्ति खरीदते समय एक बात का और ध्यान दें यह सुनिश्चित कर ले कि वह कहीं से खंडित या फिर टूटी हुई मोटी ना हो खंडित मूर्ति का मतलब है अशोक और इस पूजा में रखने से घर में जो है वह गलत ऊर्जा का संचार करता है इसलिए मूर्ति को खरीदने से पहले आप उसे ध्यान से चेक कर ले की कोई नुकसान ना हो पाए।
इन मूर्तियों से भी बचें मूर्ति को खरीदते समय आप यह भी ध्यान में रखें बात की माता लक्ष्मी की जो मूर्ति है अगर उल्लू पर सवार हो तो ऐसी मूर्ति को आप बिल्कुल भी ना खरीदे क्योंकि यह धार्मिक मान्यता के अनुसार यह बिल्कुल भी सही नहीं है इसके अलावा अगर गणेश लक्ष्मी की मूर्ति का रंग काला हो या फिर सफेद वह भी नहीं होना चाहिए सफेद रंग को शांतिपूर्ण माना जाता है लेकिन पूजा में इस शुभ बिल्कुल भी नहीं मानते वहीं अगर काले रंग को भी अशोक मानते हैं माता लक्ष्मी की गुलामी या फिर सुनहरे नाम की मूर्ति हो उसे शुभ मानते हैं वहीं पर अगर गणेश जी की प्रतिमा हल्के रंग में हो तो वह भी सही है।
पूजा का सही तरीका
दिवाली पर आप लक्ष्मी गणेश की पूजा पूरे विधि विधान से करें मूर्ति की स्थापना से पहले आप घर की सफाई अच्छे तरीके से कर ले फिर उसके बाद पूजा स्थान को गंगाजल से पवित्र कर ले माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की जो मूर्ति है उसको एक साथ लेकिन अलग-अलग स्थान पर रखें लक्ष्मी जी को पहले स्थान दें और गणेश जी को उनके दाहिने और रखें पूजा के समय दीप को जलाएं उसके बाद मिष्ठान को अर्पित करें और श्रद्धा से मंत्र का जाप करें।

Neha Patel is a content and news writer who has been working since 2023. She specializes in writing on religious news and other Indian topics. She also writes excellent articles on society, culture, and current affairs.