मां बनना हर महिला के जीवन का सबसे खास और खूबसूरत अनुभव होता है। लेकिन आजकल कई महिलाएं करियर या अन्य कारणों से देर से मां बनने का फैसला करती हैं, जिससे उन्हें प्रेग्नेंसी में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। शादी के बाद बेबी कब प्लान करना है, यह पूरी तरह से उनका निजी फैसला होता है। लेकिन कंसीव करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
कंसीव करने के लिए फर्टाइल डेज का महत्व
महिलाओं के लिए आसानी से कंसीव करने के लिए यह जानना जरूरी है कि उनके फर्टाइल डेज कब हैं। फर्टाइल डेज, यानी वो समय जब महिलाओं के गर्भवती होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने पीरियड साइकिल को अच्छे से समझें। हर महिला का पीरियड साइकिल अलग-अलग होता है। जैसे, कुछ महिलाओं का साइकिल 28 दिन का होता है, तो कुछ का 35 दिन का। इसी साइकिल के आधार पर ओव्युलेशन के दिन तय होते हैं।
ओव्युलेशन और कंसीव करने का सही समय
ओव्युलेशन के दौरान, अंडाणु (एग) अंडाशय (ओवरी) से निकलता है और यह 12 से 24 घंटे तक ही जीवित रहता है। इस समय में अगर स्पर्म मौजूद हो, तो गर्भधारण के चांस सबसे ज्यादा होते हैं। इसलिए ओव्युलेशन पीरियड के दौरान या उसके 2-3 दिन पहले तक सेक्सुअल रिलेशन बनाने से प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाती है।
पीरियड साइकिल को समझना क्यों है जरूरी?
अगर आपका पीरियड साइकिल 28 दिन का है, तो आपका ओव्युलेशन 14वें दिन के आसपास होगा। वहीं, अगर साइकिल 35 दिन का है, तो ओव्युलेशन 21वें दिन के करीब होता है। इसका मतलब है कि ओव्युलेशन से 4-5 दिन पहले से लेकर ओव्युलेशन के दिन तक सेक्शुअल एक्टिविटी करने से प्रेग्नेंसी के चांस सबसे ज्यादा होते हैं। इस समय को ट्रैक करने के लिए आप ओव्युलेशन किट का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
हेल्दी लाइफस्टाइल और न्यूट्रिशन का महत्व
कंसीव करने के लिए सिर्फ फर्टाइल डेज जानना ही काफी नहीं है। इसके साथ ही, आपके शरीर में जरूरी न्यूट्रिशन और हार्मोनल बैलेंस भी होना चाहिए। हेल्दी डाइट, नियमित एक्सरसाइज और स्ट्रेस फ्री लाइफस्टाइल प्रेग्नेंसी को आसान बना सकते हैं। इसलिए कंसीव करने की कोशिश से पहले अपने खान-पान और दिनचर्या का भी ध्यान रखें।
सही प्लानिंग से आसान होगा कंसीव करना
कंसीव करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना, ओव्युलेशन डेज ट्रैक करना और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना आपके मां बनने के सपने को साकार करने में मदद कर सकता है। याद रखें, धैर्य और सकारात्मक सोच के साथ इस खूबसूरत सफर का आनंद लें।