गाजीपुर: वन क्षेत्र के विस्तार और पर्यावरण संरक्षण को लेकर वन विभाग द्वारा इस वर्ष वन महोत्सव कार्यक्रम के तहत मियावाकी पद्धति से बड़े स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। इसी संबंध में बिरनो ब्लॉक परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी कौस्तुभ मणि पाठक ने की।

बैठक में ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों एवं वन विभाग की टीम ने सहभागिता की। खंड विकास अधिकारी ने स्पष्ट किया कि वृक्षारोपण केवल प्रतीकात्मक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि पौधों की सुरक्षा और संरक्षण भी उतना ही आवश्यक है। उन्होंने पत्थरगनी, कंटीले तार और बांस के घेरों के माध्यम से पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर बल दिया।
मियावाकी पद्धति को अपनाया जाएगा
इस अभियान में मियावाकी पद्धति के अंतर्गत एक ही स्थान पर बड़े पौधे और एक मीटर की दूरी पर छोटे पौधे लगाने की योजना है, जिससे गहन और टिकाऊ हरित क्षेत्र विकसित हो सके।
ग्राम प्रधानों को मिलेगा सम्मान
प्रत्येक ग्राम पंचायत में वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। जिन पंचायतों में पौधों की बेहतर देखभाल और संरक्षण किया जाएगा, वहां के ग्राम प्रधानों को जिला अधिकारी द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
1 से 7 जुलाई तक चलेगा वन महोत्सव
यह कार्यक्रम 1 जुलाई से 7 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। खंड विकास अधिकारी ने सभी जनप्रतिनिधियों की अनिवार्य सहभागिता सुनिश्चित करने की बात कही।
इस अवसर पर वन क्षेत्र अधिकारी महेंद्र देव विक्रम ने कहा कि वृक्षारोपण जीवन और पर्यावरण दोनों के लिए आवश्यक है। हर व्यक्ति को पेड़ लगाने और उनकी देखभाल का संकल्प लेना चाहिए।
बैठक में प्रधान संघ अध्यक्ष राजेंद्र यादव, सचिंद्रनाथ सिंह, लल्लन, विनोद गुप्ता, अभिमन्यु सिंह, मेवा यादव, दुर्ग विजय राजभर, दिनेश, चौहान, ओम प्रकाश यादव, पप्पू यादव, जगनारायण यादव, ओम प्रकाश यादव (द्वितीय) वनरक्षक- उपेंद्र तिवारी, सुनील कुमार, सहित अनेक जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

Author: Ujala Sanchar
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