करवा चौथ 2024: पीरियड्स के समय व्रत रखने के आसान तरीके और नियम

करवा चौथ 2024 करवा चौथ का जो त्यौहार है यह हमारे भारत में जितने भी औरतें हैं अपने-अपने पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए मानती हैं। इस दिन आप सब दिन भर व्रत रखकर रात में जब चांद निकल आता है तो उसको देख करके आप अपना व्रत तोड़ती हैं। लेकिन कई बार या त्योहार आप में से उन महिलाओं के लिए चुनौती जैसा हो जाता है जो की पीरियड्स का समय इस दिन आपको शुरू हो जाता है तो ऐसे में आपको यह नहीं समझ में आता है कि आपको व्रत रखना चाहिए या फिर नहीं आप बिल्कुल भी नहीं समझ पाती हैं कि सही क्या है और गलत क्या है।

 हालंकि हमारे धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पर पीरियड्स के समय पर आप में से जो भी महिला है। करवा चौथ का भी व्रत रख सकती हैं इसके लिए आपको कुछ आसान नियम दिया गया है जिससे कि आप बिना किसी भी चिंता को किया इस व्रत को कर सकती है। आज हम इस लेख में जानेंगे कि पीरियड्स के समय पर आप किस तरीके से व्रत को रख सकती हैं और आप किन-किन बातों को भी ध्यान में रखें यह बहुत जरूरी है। तो इस नियम के जरिए से हम आपके करवा चौथ का पर्व जो है श्रद्धा के साथ मनाने को भी ध्यान में रखें यह बहुत जरूरी है तो इस नियम के जरिए आप करवा चौथ का जो पर्व है श्रद्धा के साथ मना करके आप अपने पति के लिए प्रार्थना कर सकती है इसीलिए आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है आप इसकी चिंता छोड़ दीजिए आप बस इस त्यौहार का आनंद उठाइए।

मासिक धर्म और धार्मिक मान्यताएं: क्यों है पूजा करने की मनाही?

हमारे हिंदू धर्म के ग्रंथो मे और शास्त्रों में यह लिखा गया है कि जो भी मासिक धर्म मतलब पीरियड्स का समय होता है। आप सब औरतों के लिएबहुत ही ख़राब समय होता है। इसके लिए कुछ खास नियम बनाया गया है धर्म शास्त्रों के अनुसार पर जो की पीरियड्स के समय पर आप सबके शरीर में एक खास प्रकार को जो ऊर्जा होता है। जिससे कि अशुद्ध माना गया है इस समय मैं आपको पूजा पाठ देव कामों के लिए और अन्य धार्मिक जैसे अनुष्ठान से दूर रहने के लिए हमेशा सब कोई आपको सलाह देता है। ऐसा कहा जाता है कि इस समय में आप कोई भी धार्मिक काम ना कर सकती हैं ना इस चीज में भाग ले सकते हैं आप सबको इन सब चीजों के लिए मना कर दिया जाता है।

इसके अलावा भी मासिक धर्म में अगर आप सब महिलाएं हैं उसे समय तो आपका जो शरीर है वह शुद्ध और विश्वास का समय ही माना जाता है तो इस समय आप अपने शरीर को और आराम दे यह बहुत ही जरूरी है। इसीलिए हम आपको धार्मिक गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहते हैं ताकि आप अपने शरीर को और मन को पूरे तरीके से आराम दे जिससे कि आप शांत रह सके आपको चिड़चिड़ापन बिल्कुल भी ना हो।

करवा चौथ का महत्व और व्रत के समय पीरियड्स का होना:

आप सब सुहागिन औरतों के लिए करवा चौथ का जो व्रत है वह बहुत ही जरूरी व्रत में से एक है। इस दिन का आप बहुत ही बेसब्री से इंतजार करती है अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए आप इस दिन दिन भर बिना कुछ खाए पिए व्रत को रखती है। लेकिन हां अगर आपको इस दिन मासिक धर्म शुरू हो जाता है तो यह स्थिति जो है आप सब में से ऐसी कई महिलाएं होंगी जो की बहुत ही चिंता करने लगती है तो आपको इस समय समझ ही नहीं आता है कि इस स्थिति में आपको व्रत करना है या नहीं करना है। पूजा करना है या फिर नहीं करना है और अगर आप व्रत को राख भी लेती है तो कौन-कौन सा ऐसा नियम है जो कि आपको पालन करना है।

यह भी बात सच है कि मानसिक धन जो पीरियड्स का समय होता है वह पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रहने के लिए आपको और हम जैसी लड़कियों को सलाह दिया जाता है। लेकिन इसका मतलब यार नहीं होता है की व्रत को ही तोड़ दिया जाए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्योतिषाचार्य के अनुसार मानसिक धर्म के समय आप सब अगर महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती भी है तो व्रत रखने से किसी को भी किसी भी प्रकार का दोस्त नहीं लगता है आप परंतु कुछ ऐसे नियम है इसके लिए जिसका पालन करना आपको बहुत ही जरूरी है।

मासिक धर्म के समय करवा चौथ का व्रत कैसे रखें?

यदि आप करवा चौथ का व्रत रख लेती है और इस समय में आपके पीरियड्स अचानक शुरू हो जाते हैं तो आपको बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है इस व्रत को आप अगर रखी है तो जारी रखिए बस पूजा और कथा में भाग लेने के लिए तरीका जो है थोड़ा सा बदल जाएगा तो आइए हम जानते हैं कि इन नियमों के बारे में जो कि यहां पर दिया गया है।

1. मानसिक पूजा: अचानक अगर आपको पीरियड्स शुरू हो जाते हैं इस समय में तो आपको करवा चौथ का व्रत मन से बिल्कुल भी नहीं रखता है मतलब इसका अर्थ यह है कि आप मानसिक रूप से करवा माता की पूजा को करें और अपने मन मैं उसे समय श्रद्धा को बनाए रखें ताकि आप भले ही शारीरिक रूप से पूजा पाठ में भाग नहीं ले पा रहे हैं तो क्या हुआ लेकिन हां आपकी जो आस्था और भक्ति है उसे यह व्रत पूरा माना जाएगा।

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2. कथा सुनने का तरीका: करवा चौथ का जो कथा होता है इस दिन बहुत ही जरूरी हिस्सा होता है अगर आप इस समय पीरियड्स में है तो अभी आप खुद ही कथा की जो किताब होती है उसको तो छू नहीं सकते हैं लेकिन किसी और से इस कथा को पूरा सुन सकते हैं आप पूजा के पास तो नहीं बैठ सकते हैं दूर बैठकर के इस कथा को सुन सकते हैं इससे क्या होगा कि आपका व्रत भी पूरा हो जाएगा और कुछ गलत भी नहीं होगा

3. पूजा सामान को ना छूएं: मानसिक धर्म के समय में पूजा का जो भी समान होता है जैसे कि करवा दिया फुल पानी और भी बहुत कुछ है शास्त्रों के अनुसार या माना गया कि आप इन सब चीजों को इस समय में नहीं छू सकती हैं जब बिल्कुल भी सही नहीं माना गया तो इसलिए इस समय आप इन चीजों से बिल्कुल दूर रहे और सिर्फ मानसिक रूप से ही आप इसकी पूजा कर सकते हैं

4. व्रत भंग का दोष नहीं: पीरियड्स के समय में व्रत रखने पर कोई भी दोस्त नहीं है अगर आप व्रत का सही तरीके से पालन कर रही है तो और पूरी श्रद्धा के साथ आप अपने पति के लिए प्रार्थना कर सकती हैं इसमें कोई भी बुराई नहीं है

क्या पीरियड्स के समय व्रत रखने से कोई दिक्कत होती है?

अक्सर ऐसा देखने को मिला है कि आप सब महिलाओं के मन में यह भी एक सवाल उठना होगा कि पीरियड्स के समय में आपको व्रत रखना है कि नहीं रखता है आप के सेहत के लिए यह बहुत ही हानिकारक है या फिर नहीं इसका सीधा-सीधा उत्तर हम आपको दे रहे हैं कि पीरियड्स के समय में शरीर आपका जो है वह उसे समय बहुत ही कमजोर महसूस करता है आपको बहुत ही खराब लगता है समय क्योंकि इस समय मैं आप सब महिलाओं का जो शरीर है वह पहले सही शारीरिक परिवर्तन और कमजोरी से चलता रहता है और इस समय में पीरियड्स तो सवाल उठेंगे ही मन में।

इसलिए अगर आपको किसी भी तरह का कोई भी शारीरिक अस्वस्थता मतलब अच्छा महसूस नहीं हो रहा है तो आप अपने शरीर स्थिति को समझ कर ही फैसला लेना है अगर आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो आप अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं कि आपको व्रत रखना है या फिर आप इसे तोड़ सकती हैं धर्मशास्त्र के अनुसार में बता रही हूं स्वास्थ्य की प्राथमिकता सबसे पहले दिया गया है और अगर स्वास्थ्य की स्थिति ही ठीक ना हो तो व्रत को रखने का क्या फायदा है इसे तोड़ना ही सही है।

व्रत के समय अन्य महत्वपूर्ण बातें:

1. अधिक आराम करें: पीरियड्स के समय में आपके शरीर को आराम की बहुत जरूरत है तो इसलिए मैं आपको बता रही हूं कि इस समय आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करना है किसी भी तरह की शारीरिक जो मेहनत है या फिर तनाव है उसे चीज से आपको हमेशा बच के रहना है।

2. भरपूर पानी पिएं: आपको व्रत के समय पानी भी इसमें नहीं पीने का नियम होता है लेकिन अगर पीरियड्स के समय में शरीर में पानी की कमी हो जाएगी तो बहुत दिक्कत है इसीलिए आप अपने शरीर की जो जरूरत है उसको ध्यान में रखते हुए आप पानी पीने का फैसला भी ले सकती है इससे क्या कि आपका जो शरीर है हाइड्रेट रहेगा और आपको कमजोरी बिल्कुल भी महसूस नहीं होगा।

3. सकारात्मक सोच बनाए रखें: पीरियड्स के समय में आप सब महिलाओं को मूड स्विंग होने की समस्या होती होगी तो इस समय अच्छा-अच्छा सोच अपने मन में बना करके रखें क्योंकि यह आपके शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है ताकि आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और इस व्रत की भावना को सही तरीके से समझ सके और निभा सके।

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • पीरियड के समय में व्रत रखने का जो फैसला है वह पूरे तरह से आपकी सेहत को और मानसिक स्थिति पर निर्भर है कि आपको क्या करना है।
  • आप पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठान में शारीरिक रूप से तो भाग नहीं ले सकती हैं लेकिन हां मानसिक रूप से आप पूरे तरह से मनोयोग्य से आप अपने करवा चौथ के इस व्रत को पूरा कर सकती हैं।
  • कथा को किसी और लड़की या फिर औरत से सुन सकते हैं और पूजा की समान को तो छू ही नहीं सकती है।
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