वाराणसी: घर के पास स्वास्थ्य सुविधायें पाकर ममता और शैला देवी गदगद, बोलीं यह अस्पताल हम सब के लिए वरदान

वाराणसी: काशी विद्यापीठ ब्लाक के अंतर्गत वाराणसी प्रयागराज राजमार्ग के निकट 9271 आबादी वाली कोरौता ग्राम पंचायत स्थित है। यहाँ का आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले पर अपनी कहानी खुद बयां कर रहा है। ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के अवसर पर केंद्र पर पहुंचते ही मेरी मुलाकात ममता देवी से हुई। वह अपनी बच्ची को टीका लगवाने आई थीं, मां और बाल सुरक्षा कार्ड (एमसीपी) उनके हाथ में था।

उन्होंने बताया कि हमें तीन बेटियां हैं डेढ़ वर्षीय सबसे छोटी बिटिया दिव्यांशी को आज टीका लगेगा। दो साल पहले की अपेक्षा अब इस केंद्र के घर के पास होने के कारण हम सभी ग्रामवासियों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं बहुत अच्छी मिल रही हैं। यहाँ पर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को जरुरत के अनुसार सभी सुविधाएं मिल जाती हैं और समय पर इलाज हो जाता है।

दूसरी लाभार्थी 64 वर्षीय शैला देवी ने बताया कि हमें बीपी, शुगर और जोड़ो में दर्द की शिकायत थी तीन महीने पहले मैं प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रही थी, वहां पर इलाज काफी मंहगा था और आने जाने में भी परेशानी होती थी, यहाँ पर हमारे शुगर, बीपी की जाँच और दवा भी मिल जाती है, सीएचओ हमारी जाँच हर महीने करती हैं, मुझे अब काफी आराम है, घर के पास अस्पताल की सुविधा से मैं खुश हूँ।

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रिया सिंह ने बताया कि मैंने यहाँ अप्रैल 2022 में कार्यभार संभाला था, इस गाँव में 4709 पुरुष तथा 4562 महिलाएं हैं, योग्य दम्पति कि संख्या 1525 है, कुल 18 महिलाओं ने नसबंदी कराई है। जिसमें 10 लाभार्थियों ने सीएचसी मिसिरपुर में 5 ने जिला अस्पताल में तथा 3 लाभार्थियों ने प्राइवेट अस्पताल में नसबंदी करायी है। केंद्र पर अप्रैल से लेकर अब तक कुल 183 प्रसव हुये हैं जिसमें गाँव के लाभार्थी 117 हैं।

0-5 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 623 है। गाँव में 8 आशा कार्यकर्ती, 6 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जिसमें 11 आंगनबाड़ी कार्यकर्ती कार्यरत हैं। केंद्र पर बुधवार को 75 बच्चों को विटामिन ए की दवा भी पिलाई गई, 14 बच्चों तथा 2 गर्भवती का टीकाकरण किया गया एवं गर्भवती की जाँच की गई। केंद्र पर समय-समय पर माता बैठक, सास बेटा बहू सम्मलेन, महिला सशक्तीकरण जागरूकता इत्यादि की गतिविधियाँ होती रहती हैं।

See also  वाराणसी: बरेका में 'विश्व ध्यान दिवस' पर विशेष ध्यान सत्र का आयोजन

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सामुदायिक स्तर पर चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार और सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। आरोग्यं परमं धनम् को ध्यान में रखते हुए घर के नजदीक ही संचालित किए जा रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाई जा रही है।

विगत दिनों जुलाई में भारत सरकार ने जनपद के ब्लाक काशी विद्यापीठ की सीएचसी मिसिरपुर के अंतर्गत कोरौता आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एचडब्ल्यूसी) को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एनक्वास) सर्टीफाइड किया था, यहाँ पर गाँव वालों को अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।

उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कोरौता ने एन्क्वास मूल्यांकन में 84.86 अंक प्राप्त किए थे। सीएमओ ने इस केन्द्र पर कार्यरत आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम, आशा संगिनी, समस्त आशा कार्यकताओं को और लगन के साथ कार्य करने हेतु निर्देशित किया।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. वाईबी पाठक ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को भारत सरकार की ओर से निर्धारित सात मानकों जैसे केयर इन प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड बर्थ, नियोनेटल एंड इंफेंट हेल्थ सर्विसेज़, चाइल्डहुड एंड एडोलसेंट हेल्थ सर्विसेज़, फैमिली प्लानिंग, मैनेजमेंट ऑफ कम्यूनिकेबल डिजीज, मैनेजमेंट ऑफ सिम्पल इलनेस इनक्लूडिंग माइनर एलीमेंट्स एवं मैनेजमेंट ऑफ नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज़ पर बेहतर कार्य करने के लिए एनक्वास प्रमाणपत्र दिया जाता है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *