Paytm की 24वीं एनुअल जनरल मीटिंग: AI की ताकत, भविष्य की योजनाएं और वित्तीय लाभ पर फोकस

पेटीएम ने हाल ही में अपनी 24वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) का आयोजन किया। इस मौके पर कंपनी के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की, जिसमें एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की बढ़ती ताकत, पिछले छह महीनों में सीखे गए सबक और कंपनी के भविष्य का रोडमैप शामिल है। इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यूआर कोड इनोवेशन के लिए धन्यवाद भी दिया।

एआई की ताकत और भारत की डिजिटल क्रांति

इस बैठक में एआई की भूमिका को समझाते हुए विजय शेखर शर्मा ने कहा, “आज भारत उस मुकाम पर खड़ा है जहां पूरी दुनिया हमारे देश की डिजिटल क्रांति की सराहना कर रही है। हमने वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है, और अब हमारे पास इस बढ़त को एआई प्रौद्योगिकी में भी विस्तारित करने का अवसर है।”

विजय शेखर शर्मा ने एआई की उभरती क्षमताओं पर जोर देते हुए बताया कि आने वाले समय में एआई का प्रभाव और बढ़ेगा और पेटीएम इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पेटीएम की एआई प्रौद्योगिकी कंपनी को डिजिटल अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ने में मदद करेगी। भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली को सशक्त बनाने में एआई एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है।

क्यूआर कोड इनोवेशन के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद

विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम द्वारा पेश किए गए क्यूआर कोड सिस्टम की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “क्यूआर कोड इनोवेशन ने न केवल भारत के छोटे व्यापारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में मदद की है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दिया है।” पेटीएम का यह सिस्टम पूरे देश में डिजिटल भुगतान को सुगम और सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।

पेटीएम के भविष्य का रोडमैप और वित्तीय स्थिरता

वित्तीय लक्ष्यों पर बात करते हुए विजय शेखर शर्मा ने कंपनी की भविष्य की योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मेरे बोर्ड के सदस्यों ने मुझे सलाह दी है कि अब समय आ गया है कि हम ESOP (इंप्लॉयी स्टॉक ऑप्शन प्लान) से पहले EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमोर्टाइजेशन से पहले की कमाई) पर ध्यान केंद्रित करें और PAT (टैक्स के बाद लाभ) पर विशेष जोर दें।”

शर्मा ने यह भी माना कि ESOP से पहले का EBITDA उनके वित्तीय स्वास्थ्य की केवल आंशिक तस्वीर प्रस्तुत करता है, जबकि PAT पर ध्यान केंद्रित करना वास्तविक लाभप्रदता की दिशा में उनके प्रयासों को दर्शाता है। यह कदम कंपनी को वित्तीय रूप से और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

पेटीएम की एआई क्षमताएं: नए युग की शुरुआत

एआई के क्षेत्र में पेटीएम की क्षमताओं पर चर्चा करते हुए विजय शेखर शर्मा ने कहा, “हम वित्तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बन गए हैं और अब एआई तकनीक के क्षेत्र में भी अपनी मौजूदगी को मजबूत कर रहे हैं। आने वाले समय में एआई का प्रभाव कई गुना बढ़ेगा, और पेटीएम इस नई तकनीक के साथ तालमेल बिठाकर आगे बढ़ेगा।”

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उन्होंने कहा कि पेटीएम के विकास में एआई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एआई की मदद से कंपनी अपने उत्पादों और सेवाओं को और भी बेहतर बना सकेगी, जिससे ग्राहकों को अधिक सुविधा मिलेगी और व्यापारियों के लिए सुरक्षा बढ़ेगी।

मजबूत बैलेंस शीट और भविष्य की योजनाएं

पेटीएम के अध्यक्ष मधुर देवड़ा ने कंपनी की वित्तीय स्थिति पर जानकारी दी और बताया कि पेटीएम की बैलेंस शीट मजबूत है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024 तक कंपनी के पास 8,500 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस था। इसका मतलब यह है कि कंपनी वित्तीय रूप से बेहद मजबूत स्थिति में है और आगे बढ़ने के लिए तैयार है।

उन्होंने आगे कहा, “हमारी योजना है कि हम प्रौद्योगिकी आधारित सेवाओं के माध्यम से आधे अरब भारतीयों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था में शामिल करें। पेटीएम साउंडबॉक्स, जो व्यापारियों के लिए धोखाधड़ी से बचाव और लेनदेन की पुष्टि करने के लिए बनाया गया है, इससे न केवल सुरक्षा बढ़ी है, बल्कि व्यापारियों की दक्षता में भी सुधार हुआ है।”

पेटीएम साउंडबॉक्स: व्यापारियों की मदद का नया तरीका

पेटीएम साउंडबॉक्स, पेटीएम की एक नई तकनीक है जो व्यापारियों के लिए भुगतान प्रक्रिया को और सुरक्षित और सरल बनाती है। यह डिवाइस सफल लेन-देन की घोषणा करता है, जिससे व्यापारियों को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाव करने में मदद मिलती है।

इसके अलावा, यह डिवाइस व्यापारियों के समय और प्रयास को भी बचाता है, क्योंकि इसे उपयोग करना बेहद आसान है और यह भुगतान सत्यापन की प्रक्रिया को तेज करता है। इस प्रकार, पेटीएम साउंडबॉक्स व्यापारियों के लिए एक भरोसेमंद साथी साबित हो रहा है।

पेटीएम का भविष्य: डिजिटल इंडिया की ओर एक और कदम

इस बैठक में विजय शेखर शर्मा ने साफ किया कि पेटीएम का भविष्य एआई और डिजिटल प्रौद्योगिकी पर निर्भर करेगा। कंपनी का उद्देश्य है कि वह आने वाले समय में और अधिक लोगों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाए और उन्हें आधुनिक सुविधाएं प्रदान करे।

भारत में वित्तीय प्रौद्योगिकी और एआई का विकास कंपनी को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में मदद करेगा। पेटीएम का मकसद केवल व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए सुविधाएं बढ़ाना नहीं है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना भी है।

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