पटना: बिहार से शुरू हुई कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में अब विपक्षी दलों की ताकतवर मौजूदगी दिखने वाली है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इस यात्रा में हिस्सा लेंगे।

सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में यात्रा बिहार से गुजरते हुए कई जिलों में पहुंचेगी, जहां राहुल गांधी किसानों, युवाओं और आम लोगों से संवाद करेंगे। कांग्रेस ने साफ किया है कि यह अभियान सिर्फ एक राजनीतिक रैली नहीं, बल्कि जनता को उनके वोट के अधिकार और चुनावी पारदर्शिता को लेकर जागरूक करने का प्रयास है।

कांग्रेस और सहयोगी दलों का कहना है कि चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण रवैये के आरोप लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस यात्रा के जरिए विपक्ष जनता को यह संदेश देना चाहता है कि लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत आम मतदाता है और उनके अधिकारों की रक्षा ही असली राजनीति है।
विपक्षी नेताओं की इस एकजुटता को 2027 के विधानसभा चुनाव और 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़े राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।

Author: Ujala Sanchar
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