भारत के दो बार के ओलंपिक पदक विजेता और भाला फेंक के स्टार नीरज चोपड़ा ने प्रतिष्ठित डायमंड लीग की 14 सीरीज के बाद कुल तालिका में चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। डायमंड लीग का फाइनल 13 और 14 सितंबर को ब्रुसेल्स में होगा, जहां नीरज अपनी ताकत और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
डायमंड लीग सीरीज में नीरज का प्रदर्शन
चोपड़ा इस सीरीज के दोहा और लुसाने चरण में दूसरे स्थान पर रहे थे और उन्होंने कुल 14 अंक हासिल किए। हालाँकि, उन्होंने आखिरी सीरीज, जो ज्यूरिख में हुई थी, उसमें हिस्सा नहीं लिया। इसके चलते वे चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच से केवल दो अंकों से पीछे रह गए, जो तीसरे स्थान पर रहे।
ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स और जर्मनी के जूलियन वेबर ने क्रमशः 29 और 21 अंकों के साथ शीर्ष दो स्थानों पर अपनी जगह बनाई। ज्यूरिख में पीटर्स ने वेबर को पीछे छोड़ दिया और पहले स्थान पर कब्जा कर लिया।
चोट के बावजूद नीरज का जज़्बा
नीरज चोपड़ा इस सत्र में अपनी फिटनेस को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें तोक्यो ओलंपिक के समय से ही कमर की चोट परेशान कर रही है, जिससे उनकी 90 मीटर के आंकड़े को छूने की कोशिश बाधित हो रही है।
हॉरियाणा के इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, “मुझे सबसे पहले अपनी कमर की चोट को ठीक करवाना है, ताकि मैं फिर से अपनी तकनीक पर काम कर सकूं और दूर तक भाला फेंक सकूं।”
पिछले प्रदर्शनों की झलक
चोपड़ा ने डायमंड लीग के लुसाने चरण में पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। उस प्रतियोगिता में पीटर्स ने 90.61 मीटर का थ्रो किया था। वहीं पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था।
डायमंड लीग फाइनल: क्या है दांव पर?
डायमंड लीग का फाइनल नीरज के लिए एक बड़ा मौका है। इस प्रतियोगिता के विजेता को प्रतिष्ठित डायमंड ट्रॉफी, 30,000 अमेरिकी डॉलर और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड मिलता है। नीरज चोपड़ा पहले भी इस लीग के फाइनल में अमेरिका के यूजीन में दूसरे स्थान पर रहे थे, और इस बार वे एक बार फिर खिताब जीतने के लिए कमर कस चुके हैं।
नीरज की आगे की योजना
नीरज ने अपनी आगामी योजनाओं के बारे में बात करते हुए कहा था, “सबसे पहले, मुझे अपने शरीर को पूरी तरह से फिट बनाना है। इसके बाद मैं अपनी तकनीक को और सुधारने पर ध्यान दूंगा।”
उनकी यह सकारात्मक सोच और मेहनत उन्हें आने वाले दिनों में और ऊँचाइयों तक ले जाएगी। हम सभी को उम्मीद है कि नीरज चोपड़ा एक बार फिर भारत का नाम रोशन करेंगे और डायमंड लीग फाइनल में एक शानदार प्रदर्शन करेंगे।
समाप्ति के साथ नीरज के सत्र का अंत
डायमंड लीग फाइनल के साथ ही नीरज चोपड़ा के इस सत्र का समापन भी होगा। उनकी इस यात्रा में फिटनेस से जुड़ी चुनौतियाँ रही हैं, लेकिन उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है।









