वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 46वां दीक्षांत समारोह बुधवार को विश्वविद्यालय के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में शुरू हो गया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल कार्यक्रम स्थल पर पहुंच चुकी हैं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता राजयपाल कर रही हैं। समारोह को “त्रिवेणी संगम” थीम पर आधारित किया गया है। समारोह की तैयारियां मंगलवार देर रात तक चलती रहीं और विद्यापीठ को रंगीन झालरों से सजाया गया। इस बार पहली बार विश्वविद्यालय 50 उपाधियों के साथ ही मार्कशीट भी ऑनलाइन उपलब्ध कराएगा।
दीक्षांत समारोह से पहले हुआ पूर्वाभ्यास व भूमि पूजन
कुलपति प्रोफेसर एके त्यागी ने कुलानुशासक के साथ मिलकर दीक्षांत स्थल पर भूमि पूजन किया। मंगलवार को दीक्षांत समारोह का पूर्वाभ्यास किया गया। इसमें विभिन्न संकायाध्यक्षों ने अपने-अपने संकायों के स्नातक, स्नातकोत्तर, और पीएचडी उपाधि प्राप्तकर्ताओं का पूर्वाभ्यास कराया। शिष्ट मंडल यात्रा विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिषद प्रांगण से शुरू होकर गांधी अध्ययन पीठ सभागार में समाप्त हुई।
97 हजार से अधिक विद्यार्थियों को मिलेगी उपाधि
इस बार दीक्षांत समारोह में कुल 97,350 उपाधियाँ दी जाएंगी। इसमें स्नातक के 78,196 (41,474 छात्र और 36,722 छात्राएं), स्नातकोत्तर के 19,056 (5,577 छात्र और 13,479 छात्राएं), और पीएचडी के 98 (53 छात्र और 45 छात्राएं) छात्र-छात्राओं को उपाधियाँ प्राप्त होंगी। इस प्रकार, 47,104 छात्रों और 50,246 छात्राओं को उपाधियाँ प्रदान की जाएंगी।
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