गाजीपुर: करंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत तुलापट्टी गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति को 1 किलोवाट बिजली कनेक्शन पर 99,457 रुपये का बिल आया है. इससे पहले भी बुजुर्ग ने इसी से संबंधित एक शिकायत मीटर रीडर से की थी, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से बिजली विभाग की लापरवाही का एक अजब-गजब मामला सामने आया है, जहां एक किलोवाट के बिजली के कनेक्शन पर बुजुर्ग दंपति का बिजली बिल एक लाख रूपये के आसपास आया है. इस बिल के आने से बाद से बुजुर्ग का काफी परेशान है.
इससे पहले भी बुजुर्ग का बिजली बिल काफी ज्यादा आया था. इस संबंध में जब उसने मीटर रीडर से शिकायत की थी. इसके बाद बिल तो कम आया नहीं बल्कि उनके घर पर लगे मीटर के उपभोक्ता का नाम और नंबर चेंज हो गया.
गाजीपुर के करंडा थाना क्षेत्र के तुलापट्टी गांव में रहने वाले एक बुजुर्ग के घर पर लगे बिजली मीटर का बिल जून महीने में 99457 रुपये आया है. इससे पहले एक किलोवाट के बिजली कनेक्शन पर मई के महीने में 7430 रुप का बिल आया था. दोनों बिलों से कनेक्शनधारी बुजुर्ग मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए हैं. मई महीने का बिल धीरेंद्र कुमार दुबे के नाम से आया था, जो कि खुद पीड़ित बुजुर्ग व्यक्ति हैं.
बिजली बिला आया 99 हजार के पार
वहीं, जून महीने का बिल किसी देवनाथ नाम के व्यक्ति के नाम से आया है, साथ ही इसका कनेक्शन नंबर भी अलग है.पीड़ित बुजुर्ग धुरेन्द्र नाथ दुबे ने बताया कि मई महीने में सात हजार से अधिक का बिल आया था. बिजली बिल निकालने वाले मीटर रीडर से जब इसकी शिकायत किए, तो उसने कहा कि ठीक हो जाएगा. इसके बाद जून महीने का जब बिजली बिल निकाला तो वह 99 हजार रुपये के पार आया. बिल देखकर घर में अकेले रहने वाले बुजुर्ग दंपति का माथा चकरा गया.
मीटर लगे-लगे बदल गया उपभोक्ता का नाम
धुरेन्द्र नाथ दुबे ने बताया कि मई महीने से पहले नया मीटर लगाया गया था, तभी से बिजली बिल गड़बड़ आ रहा है. मई का बिल मेरे नाम से आया था, लेकिन जून महीने का बिल मेरे मीटर की रीडिंग से निकला तो हैं, मगर इसके उपभोक्ता का नाम और कनेक्शन संख्या दूसरे का है. इससे पहले बिजली बिल सही आता रहा है और मैं समय से बिजली बिल भी देता रहा हूं. मैं मामले की शिकायत लेकर चोचकपुर विद्युत उपकेंद्र पर गया तो वहां से कहा गया कि नंदगंज जाकर एसडीओ से मिलना पड़ेगा.
बुजुर्ग परेशान
बुढ़ापे में किसी तरह चोचकपुर गया अब नंदगंज कैसे जाऊं, कितना दौड़ना पड़ेगा. कैसे आऊंगा जाऊंगा यही सोचकर परेशान हूं. इस मामले में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने नजर आ रही है. मई महीने से पहले लगे मीटर के उपभोक्ता का नाम और कनेक्शन नंबर आखिर कैसे बदल गया. इस मामले में बुजुर्ग कई लोगों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उसे कहीं से कोई मदद मिलती नजर नहीं आ रही हैं.
इस पूरे मामले को जानने के लिए अधिशासी अभियंता सैदपुर के सीयूजी नंबर और अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग गाजीपुर के सीयूजी नंबर पर लगातार कई बार फोन किए हैं, लेकिन दोनों ही अधिकारियों में से किसी ने भी फोन उठाने की जरूरत नहीं समझी.

Author: Ujala Sanchar
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