वाराणसी: ग्रामसभा छितौना, थाना चौबेपुर में राजभर परिवार पर दर्ज मुकदमे के विरोध में राजभर एकता महासमिति ने जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। समिति ने आरोप लगाया कि 5 जुलाई 2025 को करणी सेना से जुड़े लोगों ने थाने में घुसकर तोड़फोड़ की और कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर व राजभर समाज के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी की।
ज्ञापन में कहा गया है कि करणी सेना ने पुलिस पर दबाव बनाकर फर्जी FIR (संख्या-445/2025) दर्ज कराई, जबकि इस मामले में राजभर समाज का एक सदस्य ICU में मरणासन्न हालत में है। आरोप लगाया गया है कि यह FIR पूरी तरह झूठी और एकतरफा है, और इसका उद्देश्य पीड़ित पक्ष को दबाना है।

राजभर महासमिति ने यह भी उल्लेख किया कि पूर्व में थाना मिर्जामुराद में फाया राजभर की हत्या के मुख्य अभियुक्त को भी करणी सेना के दबाव में प्रशासन ने छोड़ा था, जिससे इनके हौसले बुलंद हो गए हैं।
समिति ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें की जिसमें फर्जी FIR संख्या 445/2025 को तत्काल निरस्त किया जाए। छितौना गांव की राजभर बस्ती में पुलिस बल तैनात किया जाए, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, साथ ही साथ थाने में तोड़फोड़ करने के आरोप में करणी सेना के खिलाफ FIR दर्ज की जाए।
राजभर समाज ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन और धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की है।










