वाराणसी: समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ता प्रियांशु ओझा की हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है। मृतक प्रियांशु ओझा के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले की विवेचना कर रहे पूर्व थाना प्रभारी कटरा अजीत सिंह ने हत्या आरोपियों से मिलीभगत कर गलत विवेचना की है।
परिजनों का आरोप है कि हत्या आरोपियों ने अपने बयान में अपराध कबूल करने के बावजूद, पूर्व थाना प्रभारी ने केस को हल्का करने के लिए साजिश रचकर चार्जशीट पेश की। यहां तक कि विवेचना के दौरान महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज भी गायब कर दिए गए और एक अभियुक्त को ही चश्मदीद गवाह बना दिया गया।
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व थाना प्रभारी ने हत्या आरोपियों से लंबी रकम लेकर सांठगांठ की है। इसके चलते पीड़ित परिवार ने मांग की है कि मामले की पुनः विवेचना किसी अन्य थाने से कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
परिवार का दर्द यह भी है कि इस पूरे मामले में सपा नेताओं ने भी उनका साथ नहीं दिया और न्याय दिलाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की। पीड़ित परिवार का कहना है कि वे अब भी न्याय के लिए भटक रहे हैं।

Author: Ujala Sanchar
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