वाराणसी: भारतीय पथ विक्रेता संघ का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी से मिला और ठेला-पटरी एवं रेहड़ी व्यवसायियों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन द्वारा छोटे व्यवसायियों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल में संघ के सचिव धर्मेंद्र पांडेय, अध्यक्ष बांकेलाल और संयोजक आशीष श्रीवास्तव शामिल रहे। इन्होंने बताया कि शासन द्वारा पूर्व में नगर पथ विक्रय समिति एवं वेंडिंग/नॉन-वेंडिंग जोन के निर्धारण हेतु समितियां गठित की गई थीं और शिकायत निवारण समिति का भी गठन हुआ था। लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद इन समितियों की बैठक तक नहीं बुलाई गई है।
संघ का कहना है कि समिति के कार्यालय तक नहीं खुले हैं और न ही सदस्यों के पहचान पत्र जारी किए गए हैं। इसके चलते शहर के हजारों ठेला-पटरी व्यवसायी प्रशासनिक उपेक्षा झेलने को मजबूर हैं।
महापौर अशोक तिवारी को ज्ञापन सौंपते हुए प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि नगर आयुक्त को निर्देशित किया जाए ताकि जल्द से जल्द समिति की बैठक बुलाई जाए और व्यवसायियों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित हो।
महापौर ने आश्वासन दिया कि यह मुद्दा जल्द सुलझाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी 20 सितंबर के बाद बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी समस्याओं पर चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा।
इस मौके पर कमलेश त्रिपाठी, रोशन अग्रहरि, सीमा पांडे, देवेन्द्र शाह, शशि भूषण, सुनील केसरी, गणेश चौरसिया, जमुना गुप्ता, सूरज पांडे, प्रेमचंद और मुन्नी देवी सहित कई PVC सदस्य मौजूद रहे।

Author: Ujala Sanchar
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