सिधौना। क्षेत्र के रजवाड़ी स्थित वाराणसी–गोरखपुर फोरलेन पर बना गोमती नदी का पुराना पुल करीब तीन महीने बाद सोमवार को अचानक खोल दिया गया। नवरात्रि के पहले दिन हुए इस फैसले से लोग हैरान रह गए, क्योंकि पुल की मरम्मत या किसी तरह का सुधार कार्य अब तक नहीं किया गया है।
करीब 60 साल पुराना यह पुल वाराणसी से गाजीपुर जाने वाले लेन पर स्थित है। पुल की बेयरिंग में खराबी और पिलरों में झुकाव पाए जाने के बाद तीन माह पूर्व यातायात पूरी तरह रोक दिया गया था। इसके बाद से वाहनों का आवागमन केवल दो लेन से हो रहा था, जिससे कई गंभीर सड़क हादसे हुए और कुछ में लोगों की जान भी चली गई।
गौरतलब है कि गाजीपुर से वाराणसी लेन पर गोमती नदी पर नया पुल बनाया गया था, जबकि वाराणसी से गाजीपुर जाने वाले मार्ग पर पुराने पुल को ही रंग-रोगन कर हाईवे से जोड़ दिया गया था।
पुल की खराबी उजागर होने के बाद एनएचएआई के इंजीनियरों के साथ-साथ आईआईटी कानपुर, आईआईटी भोपाल, दिल्ली और लखनऊ से आए विशेषज्ञों ने इसकी सुरक्षा जांच की थी। किसी भी जांच दल ने इस पुल को यातायात के लिए सुरक्षित घोषित नहीं किया।
इसके बावजूद अचानक प्रशासन ने सोमवार से पुल को यातायात के लिए खोल दिया। बिना मरम्मत व तकनीकी सुधार के दोबारा खुले इस पुल को लेकर स्थानीय लोग अब इसकी सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।

Author: Ujala Sanchar
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