वाराणसी: जिले में वक्फ संपत्तियों के डिजिटल रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए नई पहल शुरू की गई है। अब जिले की सभी वक्फ संपत्तियों का विवरण “उम्मीद पोर्टल” पर ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। पंजीकरण की अंतिम तिथि 5 दिसंबर 2025 तय की गई है।
हालांकि, पोर्टल के सुचारू रूप से काम न करने के कारण मुतवल्ली और प्रबंध समिति पदाधिकारी फिलहाल कुछ तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं सहायक सर्वे कमिश्नर वक्फ संजय कुमार मिश्र ने बताया कि वाराणसी जिले में अब तक किए गए सर्वे में कुल 1537 वक्फ संपत्तियां चिन्हित की गई हैं। इन संपत्तियों को चरणबद्ध तरीके से पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
- इनमें 108 संपत्तियां शिया वक्फ बोर्ड के अंतर्गत हैं।
- शेष संपत्तियां सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अंतर्गत आती हैं।
संपत्तियों के सही और अद्यतन विवरण दर्ज कराने के लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल बोर्ड और शिया सेंट्रल बोर्ड ने मिलकर 9 को-ऑर्डिनेटर नामित किए हैं। ये को-ऑर्डिनेटर क्षेत्र में जाकर मुतवल्ली और प्रबंध समितियों को तकनीकी सहायता देंगे, ताकि सभी संपत्तियां समय पर पोर्टल पर दर्ज की जा सकें।
संजय कुमार मिश्र ने बताया कि जिले में कुल 550 से अधिक कब्रिस्तान हैं। इनमें लगभग 70 प्रतिशत संपत्तियां सदर तहसील क्षेत्र में स्थित हैं, जबकि शेष राजातालाब और पिंडरा तहसील में फैली हुई हैं।
संजय कुमार मिश्र ने कहा कि उम्मीद पोर्टल पर पंजीकरण से वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता बढ़ेगी और उनके संरक्षण में आसानी होगी। तकनीकी समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित विभाग लगातार प्रयासरत है।