चंदौली। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) डीडीयू के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के निर्देशन में आज “ऑपरेशन आहट / ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत डीडीयू जंक्शन से गुजरने वाली गाड़ियों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया।
इस अभियान में आरपीएफ पोस्ट डीडीयू के उप निरीक्षक सरिता गुर्जर और निशांत कुमार, बचपन बचाओ आंदोलन की सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती चंदा गुप्ता और चाइल्ड लाइन डीडीयू के सुपरवाइजर राधेश्याम शामिल थे।
चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म नंबर 04 पर सुबह 9 बजे गाड़ी संख्या 15636 अप ओखा एक्सप्रेस के सामान्य कोच में 8 नाबालिक लड़के पाए गए। पूछताछ में उनके नाम और विवरण इस प्रकार हैं:
- दीप वर्मन, 15 वर्ष, पिता दीपक वर्मन, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- विक्रम बर्मन, 16 वर्ष, पिता अतुल बरमान, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- तपस वर्मन, 16 वर्ष, पिता असीम बर्मन, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- जाधव आर्या, 16 वर्ष, पिता परिमल आर्य, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- माधव आर्य, 16 वर्ष, पिता परिमल आर्य, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- रजनीकांत, 17 वर्ष, पिता नागेंद्र बर्मन, जिला कुच बिहार (पश्चिम बंगाल)
- शुकल मरांडी, 16 वर्ष, पिता सोम मरांडी, थाना कुकड़झार, जिला चिरंग (असम)
- मेडा हसदा, 16 वर्ष, पिता रवीराम हसदा, जिला चिरंग (असम)
पूछताछ में सभी नाबालिक लड़कों ने बताया कि वे बिना घर बताये अहमदाबाद स्थित कपड़े की फैक्ट्री में काम करने जा रहे थे।
उक्त सभी नाबालिक लड़कों को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट डीडीयू पर लाया गया और चाइल्ड लाइन डीडीयू के स्टाफ के साथ काउंसलिंग की गई। उनके परिजनों को भी उचित माध्यम से सूचना दी गई। सभी नाबालिक लड़कों को अग्रिम कार्यवाही हेतु चाइल्ड लाइन डीडीयू के ऑन-ड्यूटी स्टाफ को सुरक्षित सुपुर्द किया गया।
चंदौली- संजय शर्मा