वाराणसी: एशिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी (IREE–2025) के 16वें संस्करण का आज भव्य समापन हुआ। तीन दिवसीय प्रदर्शनी (15–17 अक्टूबर) में बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) के तकनीकी नवाचार, स्वदेशी उपकरण और हरित समाधान प्रदर्शित किए गए, जिन्होंने आगंतुकों का मन मोह लिया।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ सतीश कुमार ने बरेका मंडप का विस्तृत अवलोकन किया और अत्याधुनिक लोकोमोटिव तकनीकों, स्वदेशी उपकरणों तथा ‘अमृत भारत’ और एरोडायनेमिक लोकोमोटिव मॉडल की सराहना की। उन्होंने कहा कि “बरेका मंडप भारतीय रेल की तकनीकी आत्मनिर्भरता और नवाचार क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है।”
मुख्य आकर्षण और उपलब्धियां:
- अमृत भारत पुश–पुल तकनीक, WAG–9, WAP–7 और एरोडायनेमिक WAP–7 लोकोमोटिव का प्रदर्शन
- 11 देशों (श्रीलंका, बांग्लादेश, मोज़ाम्बिक सहित) में इंजन निर्यात की उपलब्धि
- रनिंग एवं स्टेटिक लोको मॉडल और डिजिटल इंटरएक्टिव लघु फिल्म प्रस्तुति
- “ट्रैक ऑन सोलर सिस्टम” और हरित ऊर्जा आधारित परियोजनाओं का प्रदर्शन
- लोकोमोटिव निर्माण में आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों का प्रदर्शन
बरेका महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि मंडप की उत्कृष्ट प्रस्तुति टीम भावना, समर्पण और तकनीकी नवाचार का परिणाम है। उन्होंने प्रदर्शनी में योगदान देने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा भी की।

टीम बरेका का योगदान:
मुख्य विद्युत इंजीनियर एम.के. गुप्ता, मुख्य गुणवत्ता आश्वासन प्रबंधक एस.बी. पटेल, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर (डीजल) प्रवीण कुमार, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर (विद्युत) अनुराग कुमार गुप्ता, वरिष्ठ आंकड़ा संसाधन प्रबंधक एस.के. सिंह और जन संपर्क अधिकारीराजेश कुमार ने मंडप की अवधारणा से प्रस्तुति तक में अहम भूमिका निभाई।
समापन संदेश:
IREE–2025 ने न केवल भारतीय रेल की तकनीकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि बरेका देश की लोकोमोटिव तकनीकी क्रांति में अग्रणी है।