गाजीपुर। करंडा थाना क्षेत्र में रिश्वतखोरी, दबंगई और पुलिस मिलीभगत के आरोप वाले चर्चित मामले में पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। सोशल मीडिया पर पीड़ित परिवार का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी डॉ. ईरज राजा ने करंडा थाने के कथित कारखास सिपाही मान सिंह पटेल को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। इस कार्रवाई से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
मामला धरम्मरपुर गांव की मंजू देवी पत्नी हरिनारायण यादव से जुड़ा है। मंजू देवी ने अपने पट्टीदारों पर घर में घुसकर मारपीट, लूटपाट और जानलेवा हमले का आरोप लगाया था। उनका आरोप है कि जब वह एफआईआर दर्ज कराने थाने पहुंचीं, तो सिपाही मान सिंह पटेल ने 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
इसी बीच मंजू देवी के पुत्र धर्मजीत यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उसने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा “मैं एसपी साहब से मिलकर लौट रहा था। करंडा अस्पताल में दवा लेने गया तो सिपाही बोले कि साहब बुला रहे हैं। जब थाने पहुंचा, तो कुछ लिखापढ़ी की गई, मुझसे साइन करवाए गए और मां से जबरन अंगूठा लगवा लिया।”
हालांकि, इस आरोप की पुष्टि थानाध्यक्ष राजनरायन ने नहीं की, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई।मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी डॉ. ईरज राजा ने सिपाही मान सिंह पटेल को लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार, मान सिंह पटेल पहले भी कई विवादों में घिर चुका है। कुछ माह पूर्व पत्रकार अमित उपाध्याय ने उस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं, सुआपुर ग्राम प्रधान पति ओमप्रकाश सोनकर से 10 हजार रुपये लेकर पत्रकार के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराने का मामला भी चर्चा में रहा था।
बताया जा रहा है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष महेंद्र सिंह के कार्यकाल में भी सिपाही मान सिंह की “कमाई” के कई किस्से चर्चित रहे हैं। इस बाबत वर्तमान थाना प्रभारी राजनरायन ने बताया कि “सिपाही मान सिंह पटेल को लाइन हाजिर कर दिया गया है और थाने से उसकी रवानगी हो चुकी है। आगे की कार्रवाई के संबंध में कप्तान साहब ही जानकारी देंगे।”
ब्यूरोचीफ- संजय यादव









