वाराणसी। पिंडरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात ब्लॉक अकाउंट संविदा मैनेजर अतुल कुमार गुप्ता की मौत के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मृतक के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न और अत्यधिक कार्य दबाव का गंभीर आरोप लगाया है।

मृतक के भाई आशुतोष गुप्ता ने बताया कि अतुल लंबे समय से विभागीय अधिकारियों के दबाव में थे। उन्होंने कहा, “कई कार्य सामूहिक जिम्मेदारी के अंतर्गत आते थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा पूरा भार अकेले अतुल पर डाला जाता था। हमने कई बार समय की मांग की और भरोसा दिया कि काम पूरा कर दिया जाएगा, फिर भी रोजाना उन्हें बुलाकर डांटा और फटकारा जाता था।”
परिजनों के अनुसार, अतुल को अवकाश के दिनों में भी फोन कर कार्यालय बुलाया जाता था। बताया जा रहा है कि इसी दबाव के बीच वे किसी कार्य से पिंडरा जा रहे थे, जब बाबतपुर क्षेत्र में सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही परिजन दीनदयाल अस्पताल पहुंचे और मौके पर अधिकारियों को बुलाने की मांग की। परिजनों ने कहा कि अगर अधिकारियों का रवैया मानवीय होता, तो यह हादसा टल सकता था।
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली और संविदा कर्मियों के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय स्तर पर जांच और कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है।










