गाजीपुर। एलपीजी वितरकों की मांगों को लेकर आज गाजीपुर जिले में LPG Distributors Association की एक दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई। जिलाध्यक्ष अमृता शैलेश चतुर्वेदी ने बताया कि यह हड़ताल देशव्यापी आंदोलन के तीसरे चरण के तहत की जा रही है। इसके अंतर्गत “नो मनी नो इंडेंट” नीति अपनाई गई है, यानी वितरक न तो कंपनी को भुगतान करेंगे और न ही गैस का इंडेंट डालेंगे।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार द्वारा डिनोबा स्टडी की सिफारिशों को अब तक लागू नहीं किया गया है। इस सिफारिश में वितरक मार्जिन शुल्क एवं होम डिलीवरी चार्ज ₹150 निर्धारित करने की बात कही गई थी। उन्होंने बताया कि यह प्रस्ताव 19 अप्रैल 2005 को भोपाल अधिवेशन में पारित कर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को भेजा गया था, लेकिन अब तक सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
अमृता शैलेश चतुर्वेदी ने कहा कि “एलपीजी वितरकों की जायज मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिसके चलते देशभर के डिस्ट्रीब्यूटर्स असंतुष्ट हैं और आंदोलन करने को मजबूर हैं।”
एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी जाएगी और देशभर में एलपीजी की आपूर्ति पूरी तरह रोक दी जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार और तेल कंपनियों की होगी।
हालांकि, जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि “हड़ताल के दौरान यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ग्राहकों को असुविधा न हो। जिन उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की तत्काल जरूरत है, उन्हें मौजूदा स्टॉक से आपूर्ति की जा रही है।”
ब्यूरोचीफ – संजय यादव









