नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि preliminary जांच में यह मामला आईईडी (Improvised Explosive Device) बम धमाका होने की ओर इशारा करता है।
आईईडी में इस्तेमाल हुए रसायनों के संकेत
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि विस्फोटक में संभवत अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल (ईंधन तेल) और डेटोनेटर का उपयोग किया गया था। हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इन रसायनों की औपचारिक पुष्टि जांच रिपोर्ट के बाद ही की जाएगी।
फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा डॉक्टर संदेह के घेरे में
जांच से जुड़े पुलिस सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि उमर मोहम्मद, जो पेशे से डॉक्टर बताया जा रहा है, फरीदाबाद मॉड्यूल का एक और सदस्य था। सूत्रों के मुताबिक उमर मोहम्मद कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल से संपर्क में था और उसकी भूमिका की जांच की जा रही है।
जांच जारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल धमाके की तकनीकी और फोरेंसिक जांच कर रही है। आसपास के क्षेत्रों से सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, संदिग्धों की गतिविधियों की गहन पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने कहा कि अभी किसी नतीजे पर पहुँचना जल्दबाजी होगी, और अंतिम रिपोर्ट फोरेंसिक विश्लेषण के बाद ही सार्वजनिक की जाएगी।








