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मीरजापुर में कौमी एकता सप्ताह का शुभारम्भ, राष्ट्रीय एकता और अखण्डता पर हुई विचार गोष्ठी

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मीरजापुर: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर एवं जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के मार्गदर्शन में 19 नवम्बर से 25 नवम्बर 2025 तक मनाए जाने वाले कौमी एकता सप्ताह की शुरुआत आज जिला सूचना कार्यालय में आयोजित गोष्ठी के साथ की गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि महंत योगानंद गिरी द्वारा किया गया।

मुख्य अतिथि ने संबोधन में कहा कि देश की धर्मनिरपेक्षता, भाषाई सद्भाव और साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष इस सप्ताह का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने-अपने धर्म का पालन करते हुए राष्ट्र की सुरक्षा, अखण्डता और एकता के लिए एकजुट रहें तभी इस सप्ताह का सार्थक परिणाम मिलेगा।

उन्होंने बताया कि आजादी से पहले सभी धर्मों के लोग आपसी भाईचारे के साथ रहते थे, लेकिन आज नफरत फैलाने वाली ताकतों से सावधान रहने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने आसपास युवाओं पर नजर रखें और यदि कोई गलत दिशा में जाता दिखाई दे तो समय रहते उसे सही मार्ग दिखाएँ।

गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडेय ने भारत की विविधता और एकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए एकजुट रहना आवश्यक है। वरिष्ठ कवि राजेन्द्र तिवारी ‘लल्लू तिवारी’ ने अपनी कविता के माध्यम से एकता का संदेश दिया “एक लहर उठने वाली है जिसमें सबकुछ बह जाएगा, केवल सच रह जाएगा, अपना विश्वास अटल है…”

वरिष्ठ नागरिक केशव नारायण पाठक ने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि उनके प्रयासों ने भारत की अखण्डता की मजबूत नींव रखी। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्म दिवस 19 नवम्बर से ही कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है।

वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न धर्मों, विचारों के होते हुए भी राष्ट्रीय एकता और अखण्डता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। एडवोकेट विश्वजीत दूबे, लोकगायक शिवलाल गुप्ता, शायर इरफान कुरैशी, कवि अनिल कुमार यादव, साहित्यकार हेलाल मिर्जापुरी तथा पत्रकार प्रभात मिश्र एवं कृष्ण गोपाल ने भी राष्ट्रीय एकता पर अपने विचार और रचनाएँ प्रस्तुत कीं।

कार्यक्रम में जिला सूचना अधिकारी ओमप्रकाश उपाध्याय ने कौमी एकता सप्ताह के उद्देश्य तथा प्रतिदिन आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह सप्ताह अनेकता में एकता, धर्मनिरपेक्षता और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने का महत्वपूर्ण माध्यम है।

अंत में मुख्य अतिथि महंत योगानंद गिरी को महाकुंभ-2025 पर लिखित पुस्तक एवं एलबम भेंट की गई। इसी के साथ सभी अतिथियों को ‘उत्तर प्रदेश संदेह’ पत्रिका प्रदान की गई और आभार व्यक्त किया गया।

कार्यक्रम में अतुल कुमार पांडेय, बालमुकुंद चतुर्वेदी, वीरेंद्र कुमार, गुलफाम गद्दी, महेन्द्र कुमार द्विवेदी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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