वाराणसी। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के बैनर तले आज प्रदेश के सभी जिलों की तरह ही बनारस के बिजली कर्मियों ने भी बिजली के निजीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। यह आंदोलन लगातार 364वें दिन जारी है। वक्ताओं ने बताया कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण की घोषणा पॉवर कॉर्पोरेशन प्रबंधन द्वारा एक वर्ष पूर्व की गई थी, जिसके विरोध में यह लंबा आंदोलन चल रहा है।

कल होगा बड़ा प्रदर्शन
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मुख्यालय, वाराणसी सहित प्रदेश के सभी डिस्कॉम मुख्यालयों पर कल 27 नवंबर 2025 को बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। वाराणसी में यह प्रदर्शन भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पर दोपहर 1 बजे से होगा। इसमें हाजतों अभियंता, अवर अभियंता, नियमित एवं संविदा कर्मी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अगुवाई संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक ई. शैलेन्द्र दुबे करेंगे।
देशभर में 27 नवंबर को बिजलीकर्मी सड़क पर उतरेंगे
नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) के आह्वान पर देश के सभी प्रांतों में बिजली कर्मचारी और इंजीनियर 27 नवंबर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस आंदोलन में किसान संगठनों, मजदूर यूनियनों और बिजली कर्मियों ने एकजुट होकर भाग लेने का आह्वान किया है।
प्रदर्शन में उठी यह प्रमुख मांगें
आज बनारस में हुए प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मियों ने कई अहम मांगें उठाईं—
- पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों का निजीकरण बंद किया जाए
- इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 वापस लिया जाए
- स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया तत्काल रोकी जाए
- मजदूर विरोधी सभी चारों श्रम संहिताएं वापस ली जाएं
- किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए
संयुक्त मोर्चा बनाकर बड़े आंदोलन की तैयारी
संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि बिजली कर्मी इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 तथा यूपी में निजीकरण के विरोध में चल रहे एक वर्ष पुराने आंदोलन के समर्थन में 27 नवंबर को देशभर में व्यापक विरोध करेंगे। यह प्रदर्शन सभी राज्यों की राजधानियों, प्रमुख बिजली उत्पादन घरों और बड़े शहरों में होगा।
NCCOEEE के घटक संगठन आल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स, ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन, इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन, ऑल इंडिया पावर मेन्स फेडरेशन ने मिलकर इस राष्ट्रव्यापी विरोध का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही NCCOEEE, संयुक्त किसान मोर्चा और आल इंडिया ट्रेड यूनियनों के बीच संयुक्त मोर्चा बनाकर राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन चलाने पर सहमति बन गई है। इस आंदोलन की विस्तृत रणनीति तय करने के लिए 14 दिसंबर को दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है।
इन नेताओं ने संबोधित किया
सभा को ई. मायाशंकर तिवारी, ओ.पी. सिंह, ई. एस.के. सिंह, अंकुर पांडेय, ज्योति प्रकाश, सतीश बिंद, संदीप कुमार, राजेश सिंह, जयप्रकाश, योगेंद्र कुमार, धर्मेंद्र यादव, एस.के. सरोज, उदयभान दुबे, मनोज जैसवाल, मनोज यादव आदि ने संबोधित किया।










