लखनऊ। राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) की तर्ज पर काशी–विंध्य क्षेत्र (KVR) के गठन का निर्णय लिया गया है। इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट से औपचारिक मंजूरी मिल गई है। सरकार के इस फैसले को पूर्वांचल के समग्र और संतुलित विकास की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
काशी–विंध्य क्षेत्र (KVR) में वाराणसी और विंध्याचल मंडल के कुल 7 जिले शामिल किए गए हैं। इनमें वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र जिले सम्मिलित होंगे।
सरकारी योजना के तहत इन सभी जिलों को एकीकृत आर्थिक गतिविधियों के जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। केवीआर के माध्यम से उद्योग, व्यापार, पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने पर विशेष फोकस रहेगा। इससे क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने और आधारभूत संरचना को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
सरकार का मानना है कि काशी–विंध्य क्षेत्र के गठन से पूर्वांचल के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। साथ ही क्षेत्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़क, परिवहन, औद्योगिक क्लस्टर और निवेश को एक संगठित और योजनाबद्ध ढांचा प्राप्त होगा।
केवीआर के लागू होने से न सिर्फ आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे, जिससे पूरे क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा








