Varanasi: गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए केदारनाथ विद्यामठ वाराणसी में रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती वाराणसी पहुंचे। जहां गौ रक्षकों ने स्वामी का भव्य स्वागत रंगों की रंगाली बनाकर दीपों और फूल-मालाओं से सजाकर किया। बता दें की 23 फरवरी को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इस आंदोलन की शुरुआत गौ हुंकार रैली के साथ की गई।

भारत में गौ माता सदियों से समृद्धि, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक महत्व का प्रतीक रही हैं। हमारी संस्कृति और पर्यावरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देते हुए, गोपाल गोलोक धाम रामेश्वरी भक्ति आश्रम ट्रस्ट ने भारतीय गौ क्रांति मंच के तहत गौ माता राष्ट्रमाता आंदोलन की शुरुआत की है। इस आंदोलन का उद्देश्य गौ माता को आधिकारिक रूप से भारत की “राष्ट्रमाता” घोषित करवाना है।

इस रैली का उद्देश्य इस संदेश को देश के हर कोने तक पहुंचाना रहा है। इस अवसर पर गौ सेवक ज्योति कुमारी, रंजू देवी, प्रिया, रानी, सपना बिन्द, अंजलि, सुभाष सोनकर और हजारी शुक्ला मौजूद रहे।










