वाराणसी: स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में हेरिटेज मेडिकल कालेज में सीएमई और कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न

वाराणसी: राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीइपी) के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में हेरिटेज मेडिकल कॉलेज में सीएमई का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुये पल्मोनरी विभाग के एचओडी डॉ जीएन श्रीवास्तव ने ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) के प्रोग्राम व उपचार के सम्बन्ध में विस्तार से प्रकाश डाला।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय ने निजी चिकित्सालयों द्वारा मरीजों के नोटिफिकेशन की आवश्यकता एवं मरीज के परिजनों को दी जाने वाली टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट में पहले 6 माह तक दवा चलती थी परंतु अब सप्ताह में एक गोली के साथ मात्र 3 महीने का कोर्स जनपद वाराणसी में शुरू हो गया है।

मरीज को पूर्व में ₹500 प्रतिमाह की जगह अब ₹1000 प्रतिमाह दिए जाते हैं, इस संबंध में भी जनमानस को विभिन्न साइन बोर्ड के माध्यम से अवगत कराने हेतु हेरिटेज मेडिकल कॉलेज प्रशासन को बताया गया।

सीएमई के साथ-साथ कोर कमेटी की भी बैठक आयोजित की गई| जिसमें पल्मोनरी विभाग के डॉक्टर विनोद ने पिछले तीन माह में हेरिटेज मेडिकल कॉलेज में विभिन्न विभागों से हुए रोगियों के संदर्भन एवं पुष्टि के बारे में अवगत कराया। डबल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ वीजी विनोद ने ट्यूबरक्लोसिस के जांच की प्रक्रिया तथा डीआर टीवी के उपचार के आयाम के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने बताया कि जनपद वाराणसी में डिफरेंशियल टीवी केयर के माध्यम से गंभीर मरीजों में किसी आकस्मिकता की स्थिति में चिकित्सालय चिन्हित करते हुए उपचार की व्यवस्था की जा रही है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित ट्यूबरक्लोसिस के कार्यक्रम से संबंधित समस्त गाइडलाइन एवं मरीज के उपचार की प्रक्रिया तथा पोर्टल पर अपग्रेडेशन के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।

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चिकित्सा अधीक्षक ब्रिगेडिअर डॉ राम अवतार ने समस्त विभागों से मरीजों का संदर्भन बढाए जाने पर जोर दिया। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक द्वारा समस्त विभागों से संदर्भन बढ़ाने एवं प्रतिमाह उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।

कार्यक्रम में प्रस्तुतीकरण के अलावा सवाल जवाब का भी सत्र था जिसमें जूनियर रेजिडेंट ने ट्यूबरक्लोसिस के संबंध में नई गाइडलाइन के बारे में जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में कालेज के प्रिंसिपल कर्नल डॉ बी के प्रसाद सहित समस्त क्लीनिकल विभागों के हेड ऑफ डिपार्टमेंट तथा उनके जूनियर रेजिडेंट उपस्थित थे।

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