बिजनौर: थाना बढ़ापुर क्षेत्र के गांव कुंजेटा में सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में बुजुर्ग दंपत्ति की जिंदा जलकर मौत हो गई। दोनों पति-पत्नी लंबे समय से लकवा (पैरालिसिस) की बीमारी से पीड़ित थे और चलने-फिरने में असमर्थ थे। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है, वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
गांव कुंजेटा निवासी महावीर सिंह (68) और उनकी पत्नी ओमी देवी (65) घर के ऊपरी कमरे में सो रहे थे। दोनों ही वृद्ध पिछले काफी समय से पैरालिसिस से ग्रसित थे। आशंका जताई जा रही है कि रात के किसी समय महावीर सिंह ने बीड़ी पीने के लिए माचिस जलाई होगी, जिसकी चिंगारी से बिस्तर या कपड़ों में आग लग गई और देखते ही देखते कमरे में आग फैल गई।
चूंकि दोनों ही बुजुर्ग आवाज नहीं निकाल सकते थे, इसलिए किसी को आग लगने की जानकारी समय पर नहीं मिल पाई। सुबह करीब तीन बजे जब घर से धुआं उठता देखा गया तो पड़ोसियों ने परिजनों को जगाया। जब तक दरवाजा खोला गया, तब तक दोनों बुजुर्गों की जलकर मौत हो चुकी थी।
सूचना मिलते ही सीओ अंजनी कुमार मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि घटना की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।

Author: Ujala Sanchar
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