चंदौली। सिविल बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने आज सदर चंदौली में जोरदार प्रदर्शन कर मुगलसराय तहसील को मुगलसराय नगर और चंदौली के बीच हाईवे पर कहीं स्थापित करने की मांग की।
वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने बताया कि मुगलसराय तहसील में व्यापक भ्रष्टाचार व्याप्त है। तहसीलदार और एसडीएम प्लाटरों से मिलीभगत करके रात 8 बजे भी दाखिल-खारिज के कार्य अपने कार्यालय में कराते हैं, जिससे आम जनता और अधिवक्ताओं को भारी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि तहसीलदार और पेशकार खुलेआम रिश्वत लेते हैं।
पूर्व अध्यक्ष सिविल बार एसोसिएशन विजय साहू ने बताया कि मुगलसराय की विलारीडीह तहसील में तहसीलदार और लेखपाल 10-10 हजार रुपए रिश्वत लेकर खतौनी का अंश निर्धारण करते हैं और दाखिल-खारिज में भी दस हजार रुपए लेते हैं। पूर्व महामंत्री बीरेन्द्र प्रताप सिंह दाढ़ी ने कहा कि खतौनी निकालने के लिए भी 100 रुपए वसूले जाते हैं और अक्सर सर्वर डाउन बताकर अवैध धन उगाही की जाती है। जनरेटर की अनुपलब्धता के कारण जमानत मिलने के बावजूद आरोपी जेल में रह जाते हैं।
अधिवक्ताओं ने कहा कि उप जिलाधिकारी मुगलसराय प्लाटरों से लाखों रुपए लेकर केवल उनके काम करते हैं और आम जनता को कोई प्राथमिकता नहीं दी जाती। इसलिए तहसील को वर्तमान स्थान से हटाकर नगर मुगलसराय, पचफेडवा या अलीनगर के आसपास मेन रोड पर स्थापित करना आवश्यक है।
अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री से अपील की कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस अवसर पर पूर्व सिविल बार अध्यक्ष विजय साहू, संतोष कुमार पाठक, पूर्व महामंत्री बीरेन्द्र प्रताप सिंह दाढ़ी, एस पी मिश्रा, घनश्याम तिवारी, गुलाब चंद्र, राशिद खान, नंदकुमार सिंह, अमित उपाध्याय, ललित शर्मा और विनोद राठौड़ सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता उपस्थित रहे।
ब्यूरोचीफ – संजय शर्मा