अविश्वसनीय लेकिन सच यूरेशियन ग्रिफ़िन गिद्ध, जिसका नाम ‘मारीच’ रखा गया है, हजारों किलोमीटर की लंबी उड़ान भरते हुए एक बार फिर भारत के धौलपुर (राजस्थान) पहुंच गया है। यह गिद्ध 29 मार्च को मध्यप्रदेश के विदिशा से उड़ान भरने के बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान और कज़ाकिस्तान जैसे देशों की यात्रा कर चुका है।
इस पूरे सफर पर वन विभाग लगातार सैटेलाइट रेडियो कॉलर से नज़र रख रहा है, जिससे इसकी हर गतिविधि रिकॉर्ड की जा रही है। यह यात्रा एक बार फिर साबित करती है कि यूरेशियन ग्रिफ़िन गिद्ध बेहद लंबी दूरी तय करने में सक्षम होते हैं।
यूरेशियन ग्रिफ़िन गिद्ध की विशेषताएँ
यह प्रजाति यूरोप, उत्तर अफ्रीका और एशिया में पाई जाती है। इनकी लंबाई 95 से 110 सेंटीमीटर तक होती है। पंखों का फैलाव 2.5 से 2.8 मीटर तक पहुँचता है। वजन करीब 6 से 11 किलोग्राम तक होता है।
मारीच की यह यात्रा वैज्ञानिकों और वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि यह प्रवासी गिद्धों की उड़ान क्षमता और व्यवहार पर नई जानकारी प्रदान करती है।






