वाराणसी: एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) दिवस के अवसर पर वाराणसी के कैंटोनमेंट स्थित एक होटल में आयोजित संगोष्ठी में असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एमएसएमई सेक्टर एक मजबूत स्तंभ की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया की अवधारणा को धरातल पर साकार करने का कार्य एमएसएमई क्षेत्र ही कर रहा है।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस रफ्तार से विकास की ओर अग्रसर है, उसमें देश के उद्यमियों और उनके कारखानों में निर्मित उत्पादों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि “आज भारत की ताकत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अभियानों के माध्यम से दुनिया में पहचानी जा रही है, और यही सच्चे मायनों में राष्ट्र की शक्ति है।”
कार्यक्रम में उपस्थित उद्यमियों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री द्वारा एमएसएमई क्षेत्र को मिली दिशा, सुविधा और समर्थन के चलते वे आज भारत की तरक्की में भागीदार बन सके हैं।
इस अवसर पर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (IIA) वाराणसी चैप्टर द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बड़ी संख्या में स्थानीय उद्योगपति और कारोबारी शामिल हुए। संगोष्ठी में एमएसएमई क्षेत्र को और मजबूत करने तथा उद्यमिता को बढ़ावा देने को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई।

Author: Ujala Sanchar
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