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ठंड में हार्ट अटैक के बढ़ते खतरे से रहे सतर्क: सहायक प्राध्यापक डॉ. स्वतंत्र सिंह

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गाजीपुर। गंगा तट पर बसे गाजीपुर जिले में सर्दियों के दौरान हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि यहां ठंड और नमी दोनों अधिक होती हैं। इस विषय पर जानकारी देते हुए सहायक प्राध्यापक डॉ. स्वतंत्र सिंह ने बताया कि कम तापमान में रक्त नलिकाएँ सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।

डॉ. सिंह ने कहा कि इस मौसम में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, बढ़े कोलेस्ट्रॉल और बुजुर्ग मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ठंड के कारण रक्त का थक्का (Clot Formation) बनने की संभावना अधिक रहती है, जो हृदयाघात (Heart Attack) का प्रमुख कारण है।

हार्ट अटैक से बचाव के उपाय — डॉ. सिंह की सलाह

  1. शरीर को गर्म रखें — विशेषकर सिर, पैर और हाथों को ढकें।
  2. सुबह की कड़ाके की ठंड या कोहरे में बाहर न निकलें।
  3. हल्की और नियमित एक्सरसाइज करें, अचानक भारी श्रम से बचें।
  4. गर्म, संतुलित और कम तैलीय भोजन लें।
  5. धूम्रपान और शराब से पूरी तरह दूरी बनाए रखें।
  6. ब्लड प्रेशर और शुगर की नियमित जांच कराते रहें।
  7. सीने में दर्द, सांस फूलना, चक्कर या अत्यधिक पसीना आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

आपात स्थिति में दवा की सलाह

डॉ. सिंह ने बताया कि जिन मरीजों को पहले से हृदय संबंधी समस्या है, वे डॉक्टर की सलाह से घर में नाइट्रोग्लिसरीन 5mg (Sorbitrate) टैबलेट रख सकते हैं।

  • इसे केवल चिकित्सक की सलाह पर ही प्रयोग करें।
  • ब्लड प्रेशर कम होने पर इसका उपयोग जोखिमपूर्ण हो सकता है।
  • दवा लेने के बाद भी दर्द न रुके तो तुरंत अस्पताल जाएँ।

डॉ. स्वतंत्र सिंह ने कहा कि “जागरूकता, समय पर चिकित्सकीय परामर्श और जीवनशैली में सुधार से ठंड के मौसम में हृदय रोगों से बचाव संभव है। सभी नागरिक अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और ठंड से सुरक्षा के उपाय अपनाएँ।”

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