बलिया: नगर पंचायत नगरा क्षेत्र में बिजली विभाग की कार्यशैली को लेकर उपभोक्ता खासे परेशान हैं। स्मार्ट मीटर के नाम पर उपभोक्ताओं को न सिर्फ मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है, बल्कि भारी-भरकम बिजली बिलों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।

भगवानपुर गांव निवासी श्याम जी यादव ने बताया कि पिछले महीने उनका बिजली बिल मात्र ₹300 आया था, जबकि इस बार बिल ₹6300 के आसपास पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि उनके घर में बिजली से चलने वाले कोई भारी उपकरण नहीं हैं, जिससे इतनी अधिक खपत हो सके।
श्याम जी यादव ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने बिजली विभाग से शिकायत की तो कर्मचारी और अधिकारी उल्टा उन्हें धमकाने लगे। उनसे कहा गया कि यदि उन्होंने बिल जमा नहीं किया तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा और उन पर अतिरिक्त शुल्क (सरचार्ज) भी लगाया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि कई उपभोक्ता आए दिन बिजली विभाग के दफ्तर का चक्कर काटते रहते हैं। कभी अपने बिल को सही कराने के लिए “पौने मूल्य” देकर समाधान पाते हैं, तो कभी अगले ही महीने फिर से गड़बड़ी शुरू हो जाती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण उपभोक्ताओं को मनमाने ढंग से बिल थमाए जा रहे हैं और विभाग के अधिकारी उनकी कोई नहीं सुनते। लोगों ने विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि स्मार्ट मीटरों की जांच कराई जाए और दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
रिपोर्ट- मुकेश श्रीवास्तव

Author: Ujala Sanchar
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