वाराणसी : बिहार विधान परिषद के सभापति काशी दौरे पर बाबा काशी विश्वनाथ, संकठ मोचन मंदिर में दर्शन पूजन के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय पहुंचे, यहां विश्वविद्यालय के छात्रों ने माल्यार्पण कर उनका भव्य स्वागत किया। जिसके बाद विश्वविद्यालय के इतिहास और संरचना इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। मालवीय भवन में गीता समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर उपेंद्र त्रिपाठी ने अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।
मालवीय भवन के पवित्र प्रांगण में पहुंच कर सभापति भाव विभोर हो गए। उन्होंने महामना को महामानव की संज्ञा देते हुए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। सभापति के साथ डॉ संजीव सिंह सदस्य विधान परिषद्, महेश्वर सिंह सदस्य विधान परिषद् विश्वविद्यालय परिसर को देख कर महामना को याद कर बताया कि बार-बार महामानव पैदा नहीं होते।
सभापति ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय को पूर्वांचल ही नही अपितु संपूर्ण भारत के लिए गौरव कहा। सभापति ने छात्रों को राष्ट्र भक्ति,सेवा का संकल्प दिलाते हुए उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी, और कहा की छात्र ही वास्तव में किसी भी राष्ट्र की पहचान और उसकी पूजी होते हैं। छात्र का मतलब केवल डिग्री लेना ही नही है बल्कि अपने गुरुजनों से प्राप्त ज्ञान का उपयोग राष्ट्र और समाज के उत्थान में करना है।
वहीँ इस अवसर पर इष्टदेव पाण्डेय (देव), प्रिंस मिश्रा, अनिल मिश्रा, रिशु उपाध्याय, चन्दन सिंह, दाउ सिंह, सत्यम पाण्डेय, शिवम शर्मा, विशाल पियूष, शशांक, प्रिंस श्रीवास्तव आदि सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
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