चंदौली: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम नागेपुर में शुक्रवार को डेनमार्क के हसेरिस जिमनैजियम कॉलेज से आए 41 विदेशी छात्रों का दल पहुंचा, जहां ग्रामवासियों और लोक समिति के कार्यकर्ताओं ने उनका फूलमालाओं और अंगवस्त्र पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।

स्वागत कार्यक्रम का आयोजन लोक समिति आश्रम में किया गया, जिसकी अध्यक्षता लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर और ग्राम प्रधान मुकेश कुमार ने की। भ्रमण के दौरान विदेशी मेहमानों ने नागेपुर में चल रही विभिन्न विकासपरक योजनाओं — जैसे आशा सामाजिक विद्यालय, नंदघर, कृषक प्रशिक्षण केंद्र, यात्री प्रतीक्षालय, अंबेडकर पार्क और इज्जतघर (शौचालय) का अवलोकन किया।

विदेशी छात्रों ने गांव की महिलाओं, लड़कियों और युवाओं से मुलाकात कर उनके शैक्षणिक और सामाजिक जीवन पर बातचीत की। जब गांव की बेटियों ने बताया कि वे कम उम्र में शादी नहीं करना चाहतीं और शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, तो विदेशी प्रतिनिधि बेहद प्रभावित हुए।

इस दौरान प्रो. ओले द्रुब, अन्ने मेजिन और क्रिस्फर ने कहा “नागेपुर गांव ने ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह वैश्विक स्तर पर प्रेरणादायक है।”
कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण पर भी कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि “विकास की राह में पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।”
विदेशी छात्रों ने ग्रामवासियों के साथ मिलकर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके अलावा, उन्होंने आशा सामाजिक विद्यालय के 280 छात्रों को जूते और मोजे उपहार स्वरूप भेंट किए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान मुकेश कुमार, नीरज, साक्षी, रंजू सिंह, तानिया, सोनी, अनीता, मनीषा, शिवकुमार, रामबचन, श्यामसुंदर मास्टर, सुनील, आशीष, विद्या, शमा बानो, मंजीता, ज्योति, सीमा और मनीष आदि मौजूद रहे।
ब्यूरोचीफ — संजय शर्मा








