सिंगरौली: नगर पालिक निगम सिंगरौली में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य कर रही सिटाड़ेल ईस्वम कंपनी पर गंभीर आरोप लगे हैं। कंपनी पर कर्मचारियों के ईपीएफओ (भविष्य निधि) की कटौती में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है।
कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने कई सालों से दो दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों का भविष्य निधि उनके खातों में जमा नहीं किया। बल्कि, नगर निगम अधिकारियों और स्वच्छता प्रभारी के साथ सांठगांठ करके लाखों रुपये हड़प लिए गए।
कर्मचारियों का शोषण
- कई कर्मचारियों का ईपीएफ खाता खुला ही नहीं।
- जिनका खाता है, उनके पैसे जमा नहीं किए गए।
- केवल चुनिंदा कर्मचारियों को ही नियम अनुसार लाभ मिला।
प्रबंधक पर आरोप
कंपनी प्रबंधक रावेन्द्र सिंह पर आरोप है कि वह लंबे समय से नगर निगम कर्मचारियों और अधिकारियों से मिलीभगत कर न केवल ईपीएफ में गड़बड़ी कर रहा है बल्कि निगम कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी देकर फर्जी बिल-बाउचर बनवाकर निगम को भी चूना लगा रहा है।
कर्मचारियों की मांग
नाराज कर्मचारियों ने नगर निगम की नवागत आयुक्त से पूरे मामले की जांच कराकर:
- दोषियों पर सख्त कार्रवाई,
- और बकाया ईपीएफ राशि उनके खातों में जमा कराने की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार, यदि मामले की गहन जांच कराई जाए तो घोटाले की परत दर परत सच्चाई सामने आ सकती है।

Author: Ujala Sanchar
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