भोपाल: जनसंघ के संस्थापक सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के आदर्श पं. दीनदयाल उपाध्याय को मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शब्द साधना के माध्यम से उनके जन्मदिवस पर उन्हें याद करते हुए अपनी श्रद्धाजंलि दी है। डॉ. यादव ने लिखा कि विलक्षण व्यक्तित्व के धनी, ऋषि राजनेता, एकात्म मानव दर्शन तथा अंत्योदय के प्रणेता और हमारे मार्गदर्शक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चरणों में कोटिशः नमन।
संपूर्ण समाज, मानवता और राष्ट्र के लिये समर्पित जीवन
दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 में हुआ था। वे एक समावेशित विचारधारा के समर्थक थे जो एक मजबूत और सशक्त भारत चाहते थे। संपूर्ण समाज, मानवता और राष्ट्र के लिये समर्पित श्रद्धेय दीनदयाल जी ने राष्ट्र निर्माण के लिये जो सूत्र दिये हैं वह भारतीय संस्कृति, परंपरा, देशज ज्ञान और एकात्म पर केंद्रित हैं। श्रद्धेय दीनदयाल जी ने जनसंघ की स्थापना से लेकर अंतिम सांस तक, अपने जीवन को यज्ञ में आहुति की तरह समर्पित किया और समग्र कल्याण का दर्शन दिया। इस दर्शन को विश्व एकात्म मानव दर्शन के रूप में जानता है।
पंडित दीनदयाल जी ने एकात्म मानवदर्शन और अंत्योदय से भारत राष्ट्र के कल्याण का जो मार्ग बताया, वह आकार ले रहा है। गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव आये, उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों और उनका जीवन सफल हो, ऐसे हर संभव प्रयास करना श्रद्धेय पंडित दीनदयाल जी के दर्शन का मूल भाव है। भारत, वर्ष 2047 तक विश्व की महाशक्ति बनने के संकल्प के साथ प्रगति पथ पर अग्रसर है। भारत को सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के लिये हमें दीनदयाल जी के मौलिक चिंतन और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा को आत्मसात करना होगा। हमारे पथ प्रदर्शक, मार्गदर्शक, राष्ट्र निर्माण के दृष्टा, विराट समर्पण के प्रतीक, मां भारती की सेवा में जीवनपर्यंत समर्पित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को एक बार पुनः नमन।
उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।