वाराणसी: दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के अहिल्याबाई घाट पर गंगा नदी में लगी जेटी स्थानीय नागरिकों और नाविकों के लिए चिंता का विषय बन गई है। घाट पर स्नान करने वाले पर्यटक और श्रद्धालु अक्सर गंगा की गहराई से अनजान रहते हैं, जिससे लगातार डूबने की घटनाएं हो रही हैं।

दो बार पर्यटकों को बचाया गया
नाविकों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह दो पर्यटक गंगा में डूबने लगे, जिन्हें किसी तरह बचाया गया। इसके बाद दोपहर 12 बजे फिर से दो अन्य पर्यटक डूबने लगे, लेकिन समय रहते उन्हें भी बचा लिया गया।
अहिल्याबाई घाट के नागरिकों और नाविक समाज ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रशासन से अपील किया है कि जेटी को तुरंत हटाया जाए। उनका कहना है कि जेटी की वजह से गंगा का प्रवाह असामान्य हो गया है, जिससे स्नान करने वालों के लिए खतरा बढ़ रहा है।
नाविकों ने यह भी मांग किया है कि घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उनकी अपील है कि जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें अहिल्याबाई घाट पर तैनात की जाएं ताकि किसी बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके।
स्थानीय नागरिक विशाल शास्त्री बांदेकर ने बताया कि घाट पर सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कुछ भी मौजूद नहीं है। श्रद्धालु और पर्यटक गंगा में स्नान करते समय गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाते, जिससे वे हादसे का शिकार हो रहे हैं।

Author: Ujala Sanchar
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