Delhi Blast। 10 नवंबर को राजधानी दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट की जांच अब एक बेहद सनसनीखेज मोड़ पर पहुँच गई है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार इस पूरी आतंकी साजिश की मास्टरमाइंड एक महिला डॉक्टर थी, जिसे मॉड्यूल के भीतर ‘मैडम सर्जन’ कोडनाम से जाना जाता था। यही महिला D-6 मिशन को संचालित कर रही थी और मॉड्यूल के सदस्यों को निर्देश देने का काम करती थी।
जांच में सामने आया है कि यह मॉड्यूल पाकिस्तान और तुर्की में बैठे हमास से जुड़े आतंकी नेटवर्क के संपर्क में था। इन विदेश बैठे संचालकों द्वारा दिल्ली में इजरायल में हुए हमलों जैसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी।
एजेंसियों को पता चला है कि मॉड्यूल का इरादा राजधानी को दहलाने के लिए कई घातक तरीकों का इस्तेमाल करने का था—
- ड्रोन के जरिए हमला,
- रॉकेट लॉन्चर से वार,
- और शहर के अलग-अलग स्थानों पर कार ब्लास्ट,
ताकि एक ही समय में कई जगह विस्फोट कर अराजकता फैलाए जा सके। दिल्ली ब्लास्ट उसी बड़े प्लान का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसे काफी समय से गुप्त तरीके से तैयार किया जा रहा था।
जांच एजेंसियां अब ‘मैडम सर्जन’ की भूमिका, उससे जुड़े विदेशी संपर्कों और मॉड्यूल की फंडिंग को खंगाल रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह नेटवर्क राजधानी में एक बहुत बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश में था, लेकिन समय रहते कई अहम सुराग मिल जाने से गहरी साजिश का बड़ा हिस्सा उजागर हो गया।









