दिवाली 2024 दिवाली का त्योहार जिसे हम दीपावली के नाम से भी कहते हैं या प्रमुख त्योहार है जिसे हम हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। या तोहार प्रथम रूप से रोशनी और समृद्धि खुशियों का प्रतीक है दिवाली हम अमावस्या तिथि को ही मानते हैं दिन तक चलता है इस समय हम लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और दिये ,रंगोली से अपने घर को सजाते भी है और एक दूसरे को मिठाई भी बताते हैं दीपावली का उत्सव सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है बल्कि यह समाज और परिवार के मिलने का भी अवसर होता है।
इस साल की दिवाली हम 1 नवंबर 2024 को मनाएंगे धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर 2024 को है धनतेरस के दिन हम लोग नाइट बर्तन और सोने चांदी को खरीदने का परंपरा भी निभाते हैं छोटी दिवाली या नकट चतुर्दशी 30 अक्टूबर को मानता है इस लेख में हम दिवाली और धनतेरस की सही तारीख और पूजा का सही मुहूर्त विस्तार से जानेंगे ताकि हम इस विषय अवसर को अच्छे ढंग से बना सके।
दिवाली 2024 से संबंधित मुख्य बिंदु
- दीपावली का त्योहार 1 नवंबर 2024 को है।
- धनतेरस का जो तारीख है वह 29 अक्टूबर 2024 है।
- छोटी दीपावली 30 अक्टूबर 2024 को है।
- पूजा का सही समय 1 नवंबर को शाम 5:36 से लेकर के 6:16 बजे तक है।
दिवाली का महत्त्व और उत्सव
दीवाली का त्योहार वह है जिसे हम दीपावली भी कहते हैं या भारतीय संस्कृति में एक बहुत जरूरी त्यौहार है यह हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को ही मानते हैं इस बार हम दिवाली को लेकर के कुछ असमंजस में बने हुए हैं कई लोग जानना चाहते हैं कि आखिरकार दिवाली कब है और इस साल का धनतेरस किस तारीख को पड़ा है।
दिवाली का त्यौहार सिर्फ एक दिन का नहीं है बल्कि आप 5 दिन का उत्सव है जो की धनतेरस से शुरू हो करके भाई दूज तक चलता है इस साल दिवाली का दिन जो है 1 नवंबर 2024 को है जबकि धनतेरस 29 अक्टूबर 2024 को है और उसे दिन मनाया जाएगा।
दिवाली 2024: कब है?
दिवाली के दिन हम देवी लक्ष्मी की पूजा खास रूप से करते हैं उनका बहुत महत्व है इस साल दिवाली हम 1 नवंबर को मनाएंगे इस दिन प्रदोष काल और निशिता काल के मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा करना बहुत सर्वश्रेष्ठ है मान्यता है कि एक दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से हमारे घर में धान की कमी नहीं होती है।
महत्वपूर्ण तारीखें:
कार्तिक अमावस्या 31 अक्टूबर 2024 के दिन दोपहर में 3:52 बजे से शुरू होगा और अगले दिन 1 नवंबर 2024 के दिन शाम को 6:16 बजे समाप्त हो जाएगा।
मां लक्ष्मी की पूजा का समय
दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा का समय बहुत जरूरी होता है इस साल हम मां लक्ष्मी की पूजा 1 नवंबर को शाम के 5:36 से लेकर के शाम 6:16 बजे तक करेंगे इसका मतलब यह है कि इस दिन मां लक्ष्मी के पूजा का समय एक घंटा 56 मिनट तक रहेगा।
पूजा का विशेष ध्यान:
1 नवंबर को अमावस्या तिथि की प्रदोष और नितिशा कल में नहीं आ रहा है जबकि 31 अक्टूबर को यह काल उपस्थित है इसके अलावा 1 नवंबर को आयुष्मान योग और स्वाति नक्षत्र का सहयोग भी बन रहा है जो की पूजा के लिए बहुत खास शुभ माना गया है।
धनतेरस कब है?
धनतेरस जिसे हम धन त्रयोदशी भी कहते है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाते हैं इस बार हम धनतेरस को 29 अक्टूबर 2024 मंगलवार के दिन मनाएंगे इस दिन हम सोने चांदी के आभूषण खरीदने की परंपरा को निभाएंगे जो कि कई वर्षों से चला आ रहा है।
पूजा का आयोजन:
धनतेरस का वह पर्व है जिसे हम भगवान धनवंतरी की जयंती के रूप में मनाते हैं इस दिन धन के देवता कुबेर जी के साथ-साथ हम धन की देवी मां लक्ष्मी और गणेश जी की भी पूजा करते हैं।
छोटी दिवाली और हनुमान जयंती
छोटी दीवाली जिसे हम नकर चतुर्दशी भी कहते हैं इसे हम कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मानते हैं। इस साल हम छोटी दिवाली को 30 अक्टूबर 2024 के दिन मनाएंगे।
विशेषताएं:
- छोटी दिवाली का दिन हम हनुमान जी की जयंती कभी मनाएंगे।
- इस दिन दक्षिण दिशा में यंग देवता के नाम का भी दीपक जलाने का परंपरा है।
- हनुमान जी को बंदी के लड्डू बहुत पसंद है एक दिन हम उन्हें खास तौर पर इस भोग को लगाने की प्रथम है।
दिवाली का उत्सव: तैयारियां और विधि
दिवाली की तैयारी अक्सर हम 1 महीने पहले से ही शुरू कर देते हैं हम लोग अपने घर की सफाई करते हैं और सजावट के लिए रंग-बिरंगे लाइट्स और दियो को भी खरीदते हैं।
सजावट के लिए उपयोगी टिप्स
1. दीपों की खरीदारी: बाजार से हम अलग-अलग आकार के रंग और दिए को खरीदने हैं और उन्हें खरीद कर अपने घर के अलग-अलग जगह पर रख देते हैं।
2. फूलों की सजावट: घर को हम फूल से सजना ना भूले यह घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा को लेकर आता है।
3. रंगोली बनाना: घर के दरवाजे पर हम रंगोली बनाएंगे यह एक शुभ संकेत माना जाता है।
दिवाली पर खाने-पीने की परंपराएं
दिवाली पर मिठाइयों का खास रूप से महत्व है हम लोग एक दूसरे को मिठाई नहीं बताते हैं।
- प्रमुख मिठाई
- गुलाब जामुन
- लड्डू
- काजू कतली
- बरफी
दिवाली पर सब लोग के बीच मिठाइयां बांटने से आपसी रिश्तों में और भी ज्यादा मजबूती आता है।
Neha Patel is a content and news writer who has been working since 2023. She specializes in writing on religious news and other Indian topics. She also writes excellent articles on society, culture, and current affairs.