वाराणसी: गंगा की लहरों पर अब पर्यटक स्वदेशी तकनीक से बने भव्य गंगोत्री क्रूज की सवारी का आनंद उठा सकेंगे। “मेक इन इंडिया” की भावना से निर्मित यह जलयान काशी से चुनार और गाजीपुर तक की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों से पर्यटकों को रूबरू कराएगा।

स्वदेशी तकनीक से निर्मित चार मंजिला क्रूज
कोलकाता के बोस शिपयार्ड में तैयार हुआ यह क्रूज 52 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है। इसमें 24 आलीशान एसी कमरे बनाए गए हैं, जिनमें एक साथ 50 से अधिक पर्यटक ठहर सकते हैं। क्रूज का संचालन वाराणसी के रविदास घाट से किया जाएगा। अलकनंदा क्रूज लाइन के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि यह जलयान “आत्मनिर्भर भारत” और “अतिथि देवो भव:” की भावना को साकार करता है।

ऐतिहासिक स्थलों की सैर
क्रूज से पर्यटक मिर्जापुर, विंध्याचल, चुनार किला, मार्कंडेय महादेव और गाजीपुर जैसे प्रसिद्ध स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इसकी रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
जिम, स्पा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुविधा
गंगोत्री क्रूज को भारतीय परंपराओं और सांस्कृतिक तत्वों से सजाया गया है। इसमें जिम, स्पा, रेस्टोरेंट, लाउंज एरिया और सन डेक जैसी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। पर्यटकों को योग सत्र, भक्ति संगीत, बनारसी व्यंजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, घाटों के वॉकिंग टूर और हेरिटेज व्याख्यान का अनुभव भी मिलेगा।

रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा
क्रूज 40 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार देगा। इसके साथ ही 150 से अधिक मेहमानों के लिए अलग-अलग तल के डायनिंग एरिया में पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे। इसमें खासतौर पर बनारसी और भारतीय व्यंजनों का समावेश होगा।

Author: Ujala Sanchar
उजाला संचार एक प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल और अख़बार है जो स्थानीय, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और अन्य समाचारों को कवर करती है। हम सटीक, विश्वसनीय और अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।