गया: बिहार के गया जिले से एक हैरान करने वाला और अनोखा मामला सामने आया है। जिले के गुरारू प्रखंड के कोंची गांव में रहने वाले भूतपूर्व वायुसेना के जवान मोहनलाल ने जीवित रहते ही अपनी अंतिम यात्रा निकालकर सबको चौंका दिया।
इस अनोखी यात्रा की खबर आग की तरह फैल गई और गांव के सैकड़ों लोग इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए इकट्ठा हो गए। यात्रा के दौरान मोहनलाल को लोगों ने फूलों की मालाएं पहनाईं और ‘मृत्यु उत्सव’ जैसा माहौल बना।
यात्रा समाप्त होने के बाद सभी मुक्तिधाम पहुंचे, जहां मोहनलाल का प्रतीकात्मक पुतला जलाया गया। इसके बाद सामूहिक प्रीतिभोज (भोज का आयोजन) भी किया गया।
मोहनलाल ने बताया कि उन्होंने यह आयोजन इसलिए किया क्योंकि वे देखना चाहते थे कि उनकी वास्तविक अंतिम यात्रा में कौन-कौन शामिल होगा। उन्होंने कहा “मरने के बाद लोग अर्थी उठाते हैं, लेकिन मैं चाहता था कि यह दृश्य मैं खुद देखूं और जान सकूं कि लोग मुझे कितना सम्मान और स्नेह देते हैं।”
इस अनोखी पहल से न सिर्फ गांववाले, बल्कि आस-पास के इलाके के लोग भी हैरान हैं। कई लोगों ने मोहनलाल की सोच को जीवन दर्शन से जुड़ा अनोखा संदेश बताया है।